प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 से 25 जून तक अमेरिका और मिस्र की राजकीय यात्रा पर हैं। इस मिस्र यात्रा दो दिवसीय होगी जो 24 और 25 जून की रहेगी। पीएम मोदी के कार्यकाल में, भारत और मिस्र के बीच संबंध और भी मजबूत हुए हैं।
मिस्र परंपरागत रूप से अफ्रीकी महाद्वीप में भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदारों में से एक रहा है। यह दौरा उस समय हो रहा है जब कुछ दिन पहले ही मिस्र ने ब्रिक्स समूह का सदस्य बनने के लिए आवेदन किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के निमंत्रण पर यह यात्रा कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय के मुताबिक प्रधानमंत्री की मिस्र के लिए यह पहली आधिकारिक यात्रा होगी। अल-सिसी ने इसी साल भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत आये थे।
विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक़ प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति के अलावा मिस्र की प्रमुख हस्तियों से भी मुलाक़ात करेंगे। पीएम मोदी मिस्र में भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून से अमेरिका और मिस्र के दौरे पर, ये होगा शेड्यूल
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प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा की घोषणा मिस्र द्वारा ब्रिक्स की सदस्यता के लिए औपचारिक रूप से आवेदन करने के तुरंत बाद की गई है। ब्रिक्स में शामिल होने के लिए रक्षा सहयोग, शिक्षा और मिस्र के आवेदन पर बातचीत होगी। अपनी कूटनीति के तहत मिस्र उभरती अर्थव्यवस्थाओं के साथ संबंध मज़बूत करना चाहता है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा महत्वपूर्ण हो जाती है।
पश्चिम एशियाई देश ब्रिक्स देशों के साथ व्यापार करते हुए अमेरिकी डॉलर को कम करने की योजना पर भी विचार कर रहे हैं। इससे ब्रिक्स देशों के बीचअधिक आर्थिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
मिस्र के साथ मजबूत संबंध बनाने की दिशा में क़दम बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की अध्यक्षता के दौरान जी20 शिखर सम्मेलन में विशेष अतिथि के रूप में देश को आमंत्रित किया है।
बीते वर्ष विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने काहिरा का दौरा किया था। दोनों देश नई और नवीकरणीय ऊर्जा, व्यापार और निवेश, शिक्षा, पर्यटन और कनेक्टिविटी में अवसर तलाश रहे हैं।