नई दिल्ली। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर इस वर्ष अब तक 942 बार संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया और इस दौरान 15 सैन्यकर्मी शहीद हुए। अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भी इस वर्ष पाकिस्तान की ओर से अब तक 490 बार बेवजह फायरिंग की गई, जिनमें सीमा सुरक्षा बल के 12 जवान और अधिकारी शहीद हुए।
रक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष भामरे ने सोमवार को राज्यसभा में एक लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 23 जुलाई तक नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की 942 घटनाएं हुई, जिनमें 15 सैन्यकर्मी शहीद हुए।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भी जून तक पाकिस्तान की ओर से 490 बार बेवजह फायरिंग को अंजाम दिया गया जिनमें बीएसएफ के 12 जवान और अधिकारी शहीद हुए। उन्होंने बताया कि नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की बेवजह फायरिंग में इस साल अब तक 28 नागरिकों की मौत हुई है।
रक्षा राज्यमंत्री ने बताया कि नियंत्रण रेखा पर 2017 में 860, 2016 में 228 और 2015 में 152 बार संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं हुई। अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भी पाकिस्तान ने वर्ष 2017 में 111, 2016 में 221, और 2015 में 253 बार बेवजह फायरिंग की।
नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में वर्ष 2017 में 15, 2016 में 08 और 2015 में 6 सैन्यकर्मी शहीद हुए। अंतराष्ट्रीय सीमा पर भी पाकिस्तान की बेवजह फायरिंग में साल 2017 में 04, 2016 में 05, और 2015 में 04 बीएसएफ जवान और अधिकारी शहीद हुए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से लगती सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन तथा बेवजह फायरिंग की घटनाओं में वर्ष 2017 में 12, 2016 में 13 और 2015 में 16 नागरिक मारे गए।