संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को घोषणा की कि उसने गाजा में 90 से अधिक सहायता ट्रक भेजे हैं, जो मार्च की शुरुआत के बाद से गाजा में भेजी गई पहली खेप है। करीब 23 लाख की आबादी में से अधिकांश अब सामुदायिक रसोइयों पर निर्भर हैं, जिनके पास भी अब कुछ नहीं बचा है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने केरेम शालोम क्रॉसिंग से लगभग 90 ट्रक आपूर्ति एकत्र की और उन्हें गाजा भेज दिया।
फ्रांसीसी समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, गाजा में हमास के आधिकारिक मीडिया कार्यालय ने 87 सहायता ट्रकों के आगमन की सूचना दी, जिसके बारे में कहा गया कि उन्हें “तत्काल मानवीय जरूरतों” को पूरा करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय और स्थानीय संगठनों को आवंटित किया गया है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर नए हमलों और नाकेबंदी के बाद इजरायल पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है।गाजा में हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। तीन महीने की नाकेबंदी के बाद इस्राइल ने अब दबाव में आकर कुछ राहत सामग्री गाजा भेजने की इजाजत तो दी है, लेकिनअभी तक संयुक्त राष्ट्र इन सामानों को जरूरतमंद लोगों तक नहीं पहुंचा पा रहा है।
गाजा में भोजन और दवाइयों की कमी के कारण नागरिकों को एक वक्त का भोजन भी मिलना मुश्किल हो रहा है। अमरीका समर्थित निजी संगठन गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (जीएचएफ) ने भी कहा कि वह अगले कुछ दिनों में सहायता पहुंचाना शुरू कर देगा।
हालाँकि, संयुक्त राष्ट्र और पारंपरिक सहायता संगठनों ने यह कहते हुए जीएचएफ के साथ सहयोग करने से इनकार कर दिया है कि संगठन के इजरायल के साथ घनिष्ठ संबंध हैं।
जीएचएफ ने अपने बयान में कहा कि वह पहले 90 दिनों में लगभग 300 मिलियन भोजन उपलब्ध कराएगा और एक सुरक्षित वितरण प्रणाली के माध्यम से सहायता पहुंचाएगा, जो श्रमिकों को जोखिमों से बचाएगा।
दूसरी ओर, इजरायल पर अपने पारंपरिक सहयोगियों सहित अन्य देशों की ओर से भी अपने आक्रमण को रोकने तथा गाजा में सहायता पहुंचाने के लिए दबाव बढ़ रहा है।
यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों ने इजरायल के साथ सहयोग समझौते की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। स्वीडन ने इजरायल के मंत्रियों पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है, जबकि ब्रिटेन ने इजरायल के साथ मुक्त व्यापार वार्ता स्थगित कर दी है।
पोप लियो XIII ने गाजा में सहायता पहुंचाने का आह्वान किया तथा स्थिति को “चिंताजनक और दर्दनाक” बताया। जर्मनी ने यूरोपीय संघ और इजरायल के बीच सहयोग को एक “महत्वपूर्ण मंच” बताया है जिसके माध्यम से महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है।
इस दबाव के परिणामस्वरूप, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वह “अस्थायी युद्ध विराम” के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने अपना दृढ़ संकल्प दोहराया कि इजरायली सेना पूरे गाजा पर नियंत्रण हासिल कर लेगी।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष 18 मार्च को इजरायल द्वारा हमले फिर से शुरू करने के बाद से कम से कम 3,509 लोग मारे गए हैं, जिससे 7 अक्टूबर 2023 से इजरायली अभियानों में मरने वालों की कुल संख्या 53,655 हो गई है, जिनमें से अधिकांश नागरिक थे।