हमारी धरती को एक और चांद मिल गया है। इसका नाम एस्टेरॉयड 2024 PT5 है। वैसे तो यह कुछ ही दिनों के लिए मिला है और इसे ‘मिनी मून’ नाम से भी जान सकते हैं।
मिनी मून यानी एक अंतरिक्षीय पत्थर अगले दो माह तक अपनी कक्षा में पृथ्वी की परिक्रमा करेगा। जानकारी के मुताबिक़, यह एस्टेरॉयड लगभग 10 मीटर चौड़ा है और इसे सबसे पहले वैज्ञानिकों ने अगस्त महीने में स्पेन में देखा था।
हमारी धरती का यह अस्थायी चांद एस्टेरॉयड 2024 PT5 है। एक अंतरिक्षीय पत्थर की तरह इसका आकार एक बस जैसा है। इस रविवार को यह मिनी चाँद पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण की गिरफ्त में आ गया है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि 25 नवंबर को यह टुकड़ा पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से मुक्त हो जाएगा और इस छोटे चंद्रमा के 2055 में फिर से पृथ्वी के पास से गुजरने का अनुमान है।
इस चाँद के दर्शन भारत की सीमा में नहीं हो सकेंगे। रात को इसे देखने के लिए एक उन्नत दूरबीन की ज़रूरत होगी। अनुमान है कि अपनी कक्षा में यह लगभग दो महीने तक पृथ्वी की परिक्रमा करेगा।
वैज्ञानिकों का मानना है कि 25 नवंबर को यह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से मुक्त हो जाएगा और इस बीच यह धरती की परिक्रमा करता रहेगा।
गणना के अनुसार इस निर्धारित समय में यह छोटा चाँद अंतरिक्ष में वापस जाने से पहले पृथ्वी की पूरी परिक्रमा भी नहीं कर सकेगा। इस विषय में ख़ास जानकारी यह है कि इस छोटे चंद्रमा के 2055 में फिर से पृथ्वी के पास से गुजरने का अनुमान है।
बताते चलें कि साल 2020 में इस तरह का एक और चंद्रमा देखा गया था। आकार में बेहद छोटे यह पत्थर अंतरिक्ष चट्टान के समूहों का हिस्सा होते हैं, जो पृथ्वी की तरह ही सूर्य के चारों ओर एक समान मार्ग की यात्रा करते हैं।