आज संसद के शीतकालीन सत्र का बारहवां दिन है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में हर दिन हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाती है। एक बार फिर हंगामे के चलते लोकसभा 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।संसद परिसर में आज भी विपक्षी दलों के सांसद प्रदर्शन कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी इस प्रदर्शन में मौजूद हैं। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात के बाद उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों को हटाए जाने की बात कही है।
सभापति जगदीप धनखड़ को पद से हटाने का नोटिस
इस बीच राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को विपक्षी इंडिया गठबंधन ने उपराष्ट्रपति के पद से हटाने का नोटिस दिया है। उन पर पक्षपापूर्ण आचरण का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने नोटिस के माध्यम से सवाल उठाए हैं। विपक्ष का कहना है कि अगर इस सत्र में कोई कार्रवाई नहीं होती है तो वह अगले सत्र में भी नोटिस देंगे।
क्या कहता है संविधान
संविधान के अनुच्छेद 67(बी) के मुताबिक़, उपराष्ट्रपति को राज्यसभा के एक प्रस्ताव, जो सभी सदस्यों के बहुमत से पारित किया गया हो और लोकसभा द्वारा सहमति दी गई हो, के माध्यम से उनके पद से हटाया जा सकता है। लेकिन कोई प्रस्ताव तब तक पेश नहीं किया जाएगा, जब तक कम से कम 14 दिनों का नोटिस नहीं दिया गया हो, जिसमें यह बताया गया हो ऐसा प्रस्ताव लाने का इरादा है। दरअसल यह अपनी तरह का पहला मामला है और अब देखना होगा कि इस पर आगे क्या फैसला होता है।
क्या है आरोप
जगदीप धनखड़ द्वारा विपक्षी सदस्यों पर अस्वीकार्य टिप्पणियां करने का आरोप लगाया गया है। विपक्ष का आरोप है कि जुलाई में सदन को चलाते हुए धनखड़ ने खुद को आरएसएस का एकलव्य बताया था। आरोप में यह भी कहा गया है कि धनखड़ ने विपक्षी सांसदों की उचित मांगों को भी अस्वीकार किया है। विपक्ष की शिकायत है कि वह देश भर में विभिन्न मंचों से सरकार की नीतियों के प्रवक्ता की तरह से बात करते हैं।
बताते चलें कि देश का उपराष्ट्रपति राज्यसभा का पदेन सभापति होता है। देश के इतिहास में राज्यसभा के सभापति के खिलाफ पहली बार इस तरह का नोटिस दिया गया है। बताते चलें कि संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा।
इससे पहले यानी यानी मंगलवार को प्रदर्शन के समय कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल एक काला बैग लेकर आए थे, जिसमें लिखा था मोदी-अडाणी भाई-भाई।
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का कहना है कि सदन चलना चाहिए और सदन में चर्चा भी होनी चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि वे मेरे बारे में चाहे जो भी कहें, हम चाहते हैं कि 13 दिसंबर को बहस होनी चाहि।
राहुल का कहना है कि वे अडानी पर चर्चा नहीं चाहते और इसे छोड़ेंगे नहीं। आगे राहुल ने कहा कि वे हम पर आरोप लगाते रहेंगे लेकिन सदन को चलना ही होगा।
लोकसभा में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मणिपुर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भाजपा जॉर्ज सोरोस का मुद्दा इसलिए उठा रही है ताकि अपनी विफलताओं को छुपाया जा सके।इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि मणिपुर की स्थिति से सख्ती से निपटा जा रहा है।