एक्सपर्ट कमेटी का कहना है कि इन दवाइयों का असल में कोई डॉक्टरी औचित्य नहीं है। फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन के कारण आदमी को नुकसान भी हो सकता है। जनहित को देखते हुए हमें इन दवाइयों के निर्माण, बिक्री और सप्लाई पर रोक लगाना पड़ा।
जनहित को देखते हुए भारत सरकार ने 14 फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (एफडीसी) दवाओं पर रोक लगाने का फैसला किया है। किसी समस्या में तुरंत रहत देने वाली कई दवाएं अब बाज़ार में नहीं मिल सकेंगी
केंद्र सरकार ने विशेषज्ञ समिति की सलाह पर यह प्रतिबन्ध लगाया है। इन दवाओं में दो या दो से अधिक दवाओं के मिश्रण होते हैं और इन्हे खाने से मरीज़ को नुकसान होता है।
सर्दी-खांसी, कफ, बुखार को ठीक करने वाली 14 दवाओं पर सरकार ने लगाया प्रतिबंध, बताई ये वजहhttps://t.co/Y1e8LCm2on
— India TV (@indiatvnews) June 4, 2023
शुक्रवार को यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से आशय की अधिसूचना जारी की गई। इन प्रतिबंधित दवाओं में इन्फेक्शन जैसे सर्दी खांसी, कफ, बुखार में दी जाने वाली निमेसुलाइड और पैरासिटामोल सहित क्लोफेनिरामाइन मेलेट और कोडाइन सिरप का कांबिनेशन, फोल्कोडाइन और प्रोमेथाजाइन, एमोक्सोलिन और ब्रोहेक्साइन हैं। इनके अलावा ब्रोहेक्साइन और डेक्सट्रोमेथोरफैन और अमोनियम क्लोराइड और मेंथोल, पैरासिटामोल और ब्रोहेक्साइन और फेनाइलेफराइन और क्लोरफेनिरामाइन और गुइफेंसिन और सैलबुटामोल और ब्रोहेक्साइन के कॉम्बिनेशन वाली मेडिसिन शामिल हैं।
प्रतिबंधित दवाओं से स्वस्थ को खतरा हो सकता है। इन दवाओं के सॉल्ट का मिश्रण क्या है। दवा खरीदते समय उपभोक्ता को इसके ऊपर लिखे कॉम्बिनेशन को जरूर देख लेना चाहिए।
यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा प्रतिबंधित दवाएं-
निमेसुलाइड + पेरासिटामोल गोलियां
एमोक्सिसिलिन + ब्रोमहेक्सिन
क्लोफेनिरामाइन मैलेट + कोडीन सिरप
फोल्कोडाइन + प्रोमेथाजीन
ब्रोमहेक्सिन + डेक्स्ट्रोमेथोर्फन + अमोनियम क्लोराइड + मेन्थॉल
पेरासिटामोल + जैसे संयोजन ब्रोमहेक्सिन+ फिनाइलफ्राइन + क्लोरफेनिरामाइन + गुआइफेनेसिन और सालबुटामोल + ब्रोमहेक्सिन
जनहित को देखते हुए इनके निर्माण, वितरण और बिक्री पर ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक अधिनियम-1940 की धारा 26 के तहत प्रतिबंध लगाना जरूरी है। विशेषज्ञ समिति के मुताबिक़ इन मिश्रण वाली दवाओं से खतरा हो सकता है।