लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुराने लखनऊ के हुसैनाबाद क्षेत्र के पुनर्विकास कामों का रविवार को लोकार्पण किया। राजधानी के इस मुस्लिम बाहुल्य इलाके में हुये कार्यक्रम में सरकार के कद्दावर कैबिनेट मंत्री और समाजवादी पार्टी का मुस्लिम चेहरा आजम खान नजर नहीं आये। इसके अलावा अखिलेश यादव के इस कार्यक्रम में मौलाना कल्बे जवाद सहित किसी भी शिया धर्मगुरु ने शिरकत नहीं की। old lucknow
गौरतलब है कि मुस्लिम और खासकर शिया बाहुल्य इलाके में हुये मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इस कार्यक्रम के दौरान मौलाना कल्बे जवाद ने इस कार्यक्रम से दूरी बनायी। मौलाना कल्बे जवाद से इसे लेकर जब मीडिया ने बात की तो उन्होंने कहा कि एक तो मुहर्रम चल रहा है और दूसरी ओर, वक्फ की जमीनों पर कब्जा कर सौंदर्यीकरण में शामिल कर दिया गया है। इसे लेकर कई बार विरोध भी किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के इशारे पर पूरे हुसैनाबाद की जमीनों को बर्बाद कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आजम खान और शिया धर्म गुरू मौलाना कल्बे जवाद के बीच तनातनी किसी से छिपी नहीं है। पिछले दिनों मौलाना कल्बे जवाद ने कहा था, कि ‘सपा सरकार को आजम खान जैसे वजीर के इशारे पर काम करना महंगा पड़ेगा। लोकसभा के चुनावों में जो झटका सपा को लगा था, उससे भी बड़ा झटका उसे अगले विधानसभा के चुनावों में लगेगा।’