वेनेजुएला में हुए राष्ट्रपति चुनाव में चुनाव प्राधिकरण ने राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को लगातार तीसरी बार विजयी घोषित किया है। हालांकि, विपक्ष चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय ख़बरों के मुताबिक, वेनेजुएला के नेशनल इलेक्टोरल काउंसिल के प्रमुख एल्विस अमोरोसो ने चुनाव नतीजों की घोषणा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को 51 फीसदी वोट पाकर विजेता घोषित किया गया, जबकि विपक्षी नेता एडमंडो गोंजालेज 44 फीसदी वोटरों का भरोसा हासिल कर पाए हैं।
नतीजे आने के बाद विपक्ष चुनाव में धांधली का आरोप लगा रहा है। विपक्ष का कहना है कि चुनाव प्राधिकरण ने अभी तक 30,000 मतदान केंद्रों के आधिकारिक मतदान आंकड़े जारी नहीं किए हैं।
बता दें कि वेनेजुएला में पिछले 25 वर्षों से सोशलिस्ट पार्टी का शासन है। इस बीच यहाँ अंतरराष्ट्रीय निगरानी संगठनों ने चुनाव की पारदर्शिता को लेकर संदेह व्यक्त किया है।
वर्तमान राष्ट्रपति निकोलस मादुरो 2013 से पद पर हैं। हालाँकि इस दौरान देश गंभीर आर्थिक संकट में रहा, इसके बावजूद उन्हें आश्चर्यजनक रूप से तीसरी बार राष्ट्रपति चुना गया।
इन नतीजों पर हैरानी व्यक्त करते हुए एलन मस्क ने कई ट्वीट किए। अपने एक ट्वीट में उन्होंने लिखा- ‘तानाशाह मादुरो तुम्हें शर्म आनी चाहिए।
अमरीका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भी इन नतीजों से असंतुष्ट नज़र आये और इसको लेकर बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि उनके देश को गंभीर चिंता है कि घोषित नतीजे वेनेजुएला के लोगों की इच्छा या वोटों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं।
दूसरी ओर, विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो, जिन पर चुनाव लड़ने से प्रतिबंध है ने दावा किया है कि विपक्षी उम्मीदवार एडमंडो गोंजालेज ने 70 प्रतिशत वोट जीते हैं।
विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो ने चुनाव में धांधली की कड़ी निंदा की और सेना से लोगों के वोट का सम्मान करने और चुनाव जीतने वाली विपक्षी पार्टी को सत्ता हस्तांतरित करने का आग्रह किया।