संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन आज लोकसभा में ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ पारित हो गया। इस बिल के समर्थन में 454 वोट पड़े जबकि विरोध में मात्र 2 मत डाले गए।
मतदान की प्रक्रिया शुरू होने से पहले बिल पर 7 घंटे से अधिक समय तक बात रखी गई। विशेष सत्र के दूसरे दिन कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में विधेयक पेश किया था।
मतदान से पूर्व सदन में सोनिया गांधी से लेकर अमित शाह तक ने अपनी बात बहस में रखी। हालांकि कुछ राजनीतिक दलो ने इसके प्रावधान से जुड़े सवाल रखे मगर अधिकतर दलों द्वारा इसके समर्थन की घोषणा की गई। समाजवादी पार्टी और राजद इसमें ओबीसी समुदाय के लिए भी अलग से आरक्षण के प्रावधान की मांग कर रहे थे।
महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पारित हुआ जिसमें महिलाओं को चुनाव लड़ने के लिए 33% का आरक्षण का प्रावधान है।
सदन में बिल को लेकर पक्ष में 454 और खिलाफ में 2 मत डाले गए हैं। pic.twitter.com/zLhryPuTV3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 20, 2023
लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाला विधेयक प्रस्तुत किए जाने के अगले दिन यानी बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यह लैंगिक न्याय के लिए ”हमारे दौर की सबसे परिवर्तनकारी क्रांति होगा।”
बुधवार को लोकसभा में संसद के विशेष सत्र में नारी शक्ति वंदन बिल पारित होने पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस बिल के पारित होने से महिलाओं के अधिकारों की लंबी लड़ाई खत्म हो जाएगी।
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित हो गया. बिल के पक्ष में 454 मत पड़े जबकि दो सांसदों ने इसके विरोध में वोट दिया.
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भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने महिला आरक्षण बिल पर बात करते हुए कहा कि हमने मजबूत बिल सदन में रखा है। दूसरी तरफ महिला आरक्षण विधेयक के समर्थन में अपनी बात रखते हुए तृणमूल कांग्रेस की काकोली घोष ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने सवाल किया कि उसने अपने ही सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की, जिनके ऊपर पहलवानों के यौन शोषण का आरोप लगे थे।