नई दिल्ली: उत्तर भारत सहित पूरे देश में लोग गर्मी से बेहाल है और बड़ी ही शिद्दत से मानसून का इन्तिज़ार कर रहे हैं। मानसून के लिए गूगल सर्च पर तलाश बढ़ने लगी है। फिलहाल इस झुलसते मौसम में राहत भरी खबर मिल रही है। वैसे तो मॉनसून अंडमान निकोबार द्वीप समूह में दस्तक दे चुका है। इसके साथ बारिश के मौसम की शुरुआत भी हो गई है बस अब इसका अगला पड़ाव किस राजयमे कबतक है ये भी देख लेते हैं।
उत्तर भारत इस समय भीषण गर्मी झेल रहा है। सोमवार को राजस्थान के धौलपुर में अधिकतम तापमान 46.1 डिग्री और यूपी के बांदा में रविवार को अधिकतम तापमान 49 डिग्री सेल्सियस रहा। उम्मीद है कि सब कुछ सामान्य रहा तो यहाँ बी मौसम से जल्द ही राहत मिलने के आसार हैं।
मानसून10 जून तक महाराष्ट्र और 15 जून तक छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड को भिगो देगा। पूर्वी यूपी में 20 जून और पश्चिमी यूपी में 25 जून तक मॉनसून पहुंचेगा। 30 जून तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा के क्षेत्र में मॉनसून का असर दिखेगा। 5 जुलाई को राजस्थान के पश्चिमी हिस्से में बारिश के आसार हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक़ दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सोमवार को अंडमान निकोबार द्वीप समूह की ओर बढ़ गया है। अंडमान निकोबार द्वीपों पर मॉनसून की शुरुआत एक दिन देरी से हुई है। आईएमडी ने पहले कहा था कि 15 मई को इस क्षेत्र में मौसमी बारिश होगी।
मौसम विज्ञान का कहना है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून के अगले 2-3 दिनों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पूरे अंडमान सागर और अंडमान द्वीप समूह और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। यह मॉनसून हमारी कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के लिए बहुत अहम है।
आमतौर पर केरल में मॉनसून एक जून को दस्तक देता है। जबकि इस बार मॉनसून पांच दिन पहले यानी 27 मई को ही केरल पहुँच जायेगा। अगले पांच दिनों के दौरान केरल, कर्नाटक में कुछ स्थानों पर तेज हवाओं और गरज चमक के साथ भारी वर्षा की उम्मीद है। तमिलनाडु में सोमवार से बुधवार तक और अगले दो दिनों में लक्षद्वीप क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि बुधवार को तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी भारी बारिश के आसार हैं।