ईरान के आध्यात्मिक नेता अयातुल्ला खामेनेई ने इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत के बाद उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को दो महीने के लिए अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त किया।
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी के मुताबिक, अपने पूर्ववर्ती इब्राहिम रईसी की तरह, उपराष्ट्रपति 68 वर्षीय मोहम्मद मोखबर को भी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई का विशेष विश्वासपात्र माना जाता है। जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2021 में संविधान में संशोधन करके उन्हें ईरान का उपराष्ट्रपति नियुक्त किया गया, जिनकी जिम्मेदारियां प्रधानमंत्री के बराबर थीं।
प्रोटोकॉल के मुताबिक़, रईसी की मृत्यु के बाद मोखबर के अंतरिम राष्ट्रपति बनने की उम्मीद पहले से थी। ईरान में नया राष्ट्रपति चुनने के लिए 50 दिन के भीतर चुनाव कराने होंगे।
इसके अलावा वह सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के अधिकारी भी रह चुके हैं। इससे पहले उन्होंने सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के निर्देशन में काम करने वाले निवेश कोष का भी नेतृत्व किया है।
मोहम्मद मोखबर ने 2007 से 2021 तक इमाम खामेनेई के अधीन मृत्युदंड सेल के प्रमुख के रूप में कार्य किया और इस कारण से यूरोपीय संघ द्वारा उसे मंजूरी दे दी गई थी। इसी तरह उन्हें 2013 में ईरान के परमाणु कार्यक्रम का विस्तार करने वालों की अमरीकी सूची में भी शामिल किया गया था।
गौरतलब है कि रविवार को घने कोहरे के बीच राष्ट्रपति रईसी का हेलीकॉप्टर ईरान के उत्तर पश्चिमी प्रांत ईस्ट अजरबैजान के पहाड़ी इलाके में लापता हो गया था। बड़े पैमाने पर होने वाली तलाशी में सोमवार को उसका मलबा बरामद हुआ और राष्ट्रपति की मौत की पुष्टि हुई।
हेलीकॉप्टर में रईसी के अलावा विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियान, ईस्ट अजरबैजान के गवर्नर मलिक रहमति, जुम्मे की नमाज के प्रमुख तबरेज मोहम्मद अली आले-हसेहम और चालक दल के सदस्यों समेत कुल नौ लोग सवार थे। सरकारी मीडिया ने जानकारी दी कि हादसे में कोई भी जिंदा नहीं बचा है।