अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार माइक पेंस ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की है।
कैपिटल हिल पर हुए हमले में लोगों को उकसाने में शामिल पूर्व राष्ट्रपति के बारे में माइक पेंस ने कहा कि कोई व्यक्ति जो खुद को संवैधानिक से ऊपर समझता है उसे कभी भी अमेरिका का राष्ट्रपति बनने का अधिकार नहीं होना चाहिए।
रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के नामांकन की दौड़ में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सबसे आगे चल रहे हैं, जबकि फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डीसांटिस दूसरे नंबर पर हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इस व्यक्ति को अमेरिका का राष्ट्रपति बनने का कोई अधिकार नहीं है जिसने लोगों को संविधान से खुद को अलग करने के लिए उकसाया है।
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक आयोवा से रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने के लिए अभियान शुरू करते हुए माइक पेंस ने कहा कि ट्रंप की हरकतों ने न सिर्फ उनके अपने परिवार की जान ली, बल्कि उस दिन कैपिटल हिल पर इकट्ठा हुए सभी लोगों की जान खतरे में पड़ गई।
रैली को संबोधित करते हुए माइक पेंस ने कहा कि उस दिन ट्रंप ने उनसे कहा कि या तो संविधान को चुनो या मुझे। उस पर मैंने संविधान को चुना, अब मतदाताओं के सामने वही विकल्प है।
अमेरिकी इतिहास में ऐसा कम ही हुआ है जब एक उपराष्ट्रपति ने एक ही राष्ट्रपति के खिलाफ लड़ाई लड़ी हो। गौरतलब हो कि माइक पेंस पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में चार साल तक अमेरिका के उपराष्ट्रपति रहे थे, लेकिन उन्होंने 2021 में कैपिटल हिल पर हुए हमले की निंदा की थी।
रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के नामांकन की दौड़ में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सबसे आगे चल रहे हैं, जबकि फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डीसांटिस दूसरे नंबर पर हैं। न्यू जर्सी के गवर्नर क्रिस क्रिस्टी और नॉर्थ डकोटा के गवर्नर डग बर्गम ने भी इस सप्ताह अपने अभियानों की शुरुआत की।
सर्वे के मुताबिक माइक पेंस की लोकप्रियता सिर्फ 5% है और वह डोनाल्ड ट्रंप से 44% कम लोकप्रिय हैं। बताते चलें कि ट्रम्प समर्थकों ने 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल पर दंगा किया। क्योंकि कांग्रेस के सदस्य राष्ट्रपति-चुनाव जो बाइडेन का समर्थन करने के लिए एकत्र हुए, कुछ दंगाइयों ने पेंस की फांसी के लिए नारे लगाए थे।