लखनऊ। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बुलन्दशहर कांड को लेकर एक बार फिर सपा सरकार पर निशाना साध है। बुलंदशहर की घटना के बाद बरेली, शामली व कानपुर जिले में भी लगभग उसी प्रकार की दरिन्दगी के मामले पर उन्होंने चिंता व्यक्त की है। मायावती ने कहा कि अपराधियों में क़ानून का खौफ नहीं रहा है, क्योंकि उन्हें पता है कि सपा सरकार दिखावे के लिये सख़्ती करती है और उनका कुछ नहीं बिगड़़ेगा।
संसद के भीतर राज्यसभा में मायावती यूपी सरकार पर हमलावर रहीं। बाहर निकलीं तो मीडिया से मुखातिब होकर भी अखिलेश सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ वैसे तो देशभर में शोषण व अत्याचार की घटनायें हो रही हैं लेकिन यूपी में इसकी अति हो रही है। बुलन्दशहर की घटना के बाद बरेली, शामली व कानपुर में दिन दहाड़े महिलाओं को सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनाया गया है। इस सबसे सूबे की समाजवादी पार्टी सरकार की देश भर में वैसे ही फ़ज़ीहत हो रही है जैसा ऊना काण्ड को लेकर भाजपा की हुई है। महिलाओं के विरूद्ध अत्याचार व गैंगरेप की बढ़ती घटनाओं की रोकथाम करने की बजाये सपा सरकार के मंत्री अनर्गल बयानबाजी करके लोगों का ध्यान बांटने की कोशिश कर रहे हैं। सपा सरकार को अपराध-नियन्त्रण व कानून-व्यवस्था के मामले में जातिवाद को त्याग कर काम करना चाहिये।
मायावती ने आरोप लगाया कि बुलन्दशहर की घटना के सभी आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं होना साबित करता है कि उनको उच्च स्तर कोई संरक्षण प्रदान कर रहा है। प्रदेश की सपा सरकार को ‘‘फास्ट ट्रैक कोर्ट’’ बनाकर तीन महीने के अन्दर दोषियों को सज़ा दिलानी चाहिये। पीड़ित परिवार जल्द से जल्द न्याय चाहता है। इस मामले में दलगत राजनीति बन्द करके सभी राजनीतिक पार्टियों को आरोपियों के खिलाफ ‘‘फास्ट ट्रैक कोर्ट’’ में सुनवाई के लिये कहना चाहिये।
मायावती ने पास्को एक्ट के तहत बसपा नेताओं के खिलाफ़ हुयी कार्रवाई को भी गलत बताया। उन्होंने अपने नेताओं का बचाव किया और कहा कि धरना-प्रदर्शन के दौरान कुछ भी गलत नहीं कहा गया। राजनीतिक षड़यन्त्र के तहत् उनके खिलाफ़ मुकदमे दर्ज हो रहे हैं।