मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के स्टार प्रचारक बनकर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस्लाम धर्म के तीसरे खलीफा हजरत अली को लेकर विवादित बयान दिया था। जिसको लेकर अब पार्टी में घमासान मच गया है। पार्टी के कई मुस्लिम नेताओं ने बीजेपी को अलविदा कह दिया।
दरअसल, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भोपाल में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘ मैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ का बयान पढ़ रहा था। उन्होंने कहा कि उन्हें एससी, एसटी वोटों की जरूरत नहीं है। उन्हें सिर्फ मुस्लिमों के वोट की जरूरत है। आप अपने अली को रखो, हमारे लिए बजरंग बली काफी हैं।’’
इस बयान के विरोध में मध्य प्रदेश में राव नगर भाजपा के उपाध्यक्ष सोनी अंसारी, महाराणा प्रताप मंडल के उपाध्यक्ष दानिश अंसारी, अमन मेमन के अलावा इंदौर बीजेपी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के सदस्य अनिश खान और रियाज अंसारी ने पार्टी को इस्तीफा दे दिया।
न्यूज 18 से बातचीत करते हुए मध्य प्रदेश भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष नासिर शाह ने कहा कि ‘वो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और राज्य प्रमुख राकेश सिंह को पत्र लिखकर राज्य के लोगों की भावनाओं से अवगत करवाउंगा साथ ही साथ इस खत के जरिए मैं उन्हें यह भी बताउंगा की योगी के इस बयान के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं का क्या विचार है।’
पार्टी के ही एक और वरिष्ठ नेता इरफान मंसूरी ने कहा कि राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान प्रांत के लिए चलाई जा रही विभिन्न लाभकारी योजनाओं का इस्तेमाल भाषण में किया जा सकता था बजाए इसके कि धर्म और संप्रदाय की बात की जाए।
पार्टी छोड़ने वाले नेता अमन मेमन ने कहा है कि हमने चार साल तक पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की। लेकिन ऐसे बयानों ने हमें कम्यूनिटी से अलग-थलग करने का काम किया है। योगी आदित्यनाथ जैसे वरिष्ठ पार्टी नेता के ऐसे बयानों से हमारे संप्रदाय के लोग हमसे नाराज हो रहे हैं। इसलिए हमने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है।