पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्र को संकट से बचाने की अपील की। अपनी अपील में उन्होंने देश के संविधान और लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की बात कही है। राष्ट्रपति मुर्मू पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को यहां पहुंचीं।
बनर्जी ने राष्ट्रपति मुर्मू के स्वागत समारोह में उनको ‘गोल्डन लेडी’ के नाम से मुखातिब किया और कहा कि देश में विभिन्न समुदायों, जातियों तथा पंथों के लोगों की युगों से सद्भाव के साथ रहने की एक गौरवशाली विरासत रही है।
अपने बयान में ममता बनर्जी ने कहा- ‘मैडम राष्ट्रपति, आप इस देश की संवैधानिक प्रमुख हैं। मैं आपसे संविधान और इस देश के गरीब लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने का अनुरोध करूंगी। हम आपसे इसे आपदा से बचाने का अनुरोध करेंगे।’
पश्चिम बंगाल के दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आदिवासी सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ किया।
इस दौरान सीएम ने खुद नगाड़ा बजाया, तथा वे आदिवासी महिलाओं के साथ आदिवासी डांस में भी शामिल हुईं। @MamataOfficialhttps://t.co/ecskCSuP05
— Adiwasi.com (@AdiwasiVoice) March 28, 2023
राष्ट्रपति मुर्मू पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे है। अपना पद सँभालने के बाद यह उनका पहला बंगाल का दौरा है। ममता बनर्जी ने उनके सम्मान में देवी दुर्गा की एक मूर्ति भेंट की और कार्यक्रम के दौरान आदिवासियों के साथ ढोल बजाने के साथ नृत्य किया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने इस स्वागत के लिए पश्चिम बंगाल की सरकार तथा जनता को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बलिदान, शहादत, संस्कृति और शिक्षा राज्य के जीवन आदर्श रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि बंगाल की भूमि ने एक ओर अमर क्रांतिकारियों को जन्म दिया है और दूसरी ओर प्रमुख वैज्ञानिकों को। साथ ही राजनीति से न्याय प्रणाली तक, विज्ञान से दर्शन तक, आध्यात्मिकता से खेल तक, संस्कृति से व्यवसाय तक, पत्रकारिता से साहित्य तक, सिनेमा, संगीत, नाटक, चित्रकला और अन्य कलाओं तक, बंगाल के उल्लेखनीय अग्रदूतों ने कई क्षेत्रों में नए मार्ग और तरीके खोजे हैं।