महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के लिए आखिरकार देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लग गई है। उनका शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को होगा। देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि महायुति की सरकार अगले पांच साल महाराष्ट्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का काम करेगी।
नए मुख्यमंत्री के लिए महायुति ने सरकार बनाने का दावा राज्यपाल को पेश किया जिसे गवर्नर ने स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही पिछले कई दिनों से चल रही चर्चाओं के बीच महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन की राह साफ हो गई है।
महायुति की ओर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को गठन पत्र सौंपते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया गया। यह दावा कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने राज्यपाल को पेश किया। अब गुरुवार 5 दिसंबर की शाम 5.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा।
इस कार्यवाई के बाद देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे और अजित पवार का धन्यवाद अदा किया। आभार प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों सहयोगियों के समर्थन से ही उन्हें सरकार बनाने में मदद मिली।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने बताया की उन्होंने पिछले दिन एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। इस मुलाक़ात में उन्होंने आग्रह किया कि वह सरकार में शामिल हों। उन्होंने बताया कि शिवसेना के सभी विधायकों की यही मंशा हैं। उन्होंने आगे कहा कि पिछले ढाई साल में तीनों ने साथ मिलकर फैसले लिए हैं। आगे भी महाराष्ट्र के पक्ष में सामंजस्य से काम होगा।
देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों को राज्यपाल से भेंट और बीजेपी, शिवसेना, एनसीपी, विधायकों के समर्थन पत्र सौंपे जाने की भी जानकारी दी। साथ ही उन्होंने पत्रकारों के सामने इस बात के लिए एकनाथ शिंदे का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए मेरे नाम की सिफारिश की। आगे उन्होंने बताया कि ऐसा ही पत्र अजित पवार ने भी दिया है।
फडणवीस के मुताबिक़, इन सभी पत्रों को देखते हुए राज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए उन्हें आमंत्रित किया है। शपथ ग्रहण का कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में आजाद मैदान में होगा।
देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों से बात करते हुए उन्हें भविष्य की नीतियों के बार में भी बताया और कहा कि महाराष्ट्र में विकास की बात होगी और विकास पर ही नई सरकार का फोकस होगा।