भोपाल। भाजपा और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के तहत सभी 230 सीटों के लिए मतदान बुधवार शाम पांच बजे समाप्त हो गया और पांच करोड़ से अधिक मतदाताओं में से लगभग 75 फीसदी ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। एक-दो घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। हालांकि ड्यूटी पर तैनात तीन कर्मचारियों का निधन हो गया।
शाम पांच बजे बाद भी मतदान केद्रों में लंबी कतारें लगी हुई हैं। निर्वाचन आयोग का कहना है कि कतारों में लगे सभी लोगों को मतदान का मौका दिया जाएगा।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक शाम पांच बजे तक समूचे प्रदेश में करीब 70 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ। सर्वाधिक मतदान बालाघाट, छिंदवाड़ा और शाजापुर में 75-75 फीसदी दर्ज हुआ है। राजधानी भोपाल में करीब 58 फीसदी मतदान दर्ज हुआ। हालंकि अभी स्थानों से अंतिम आंकड़े आना शेष हैं।
इक्का-दुक्का घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से हुआ। इंदौर, गुना और धार जिले में एक एक यानी कुल तीन मतदान कर्मचारियों की मृत्यु हृदयाघात और अन्य बीमारियों से हुई है।
नक्सली प्रभावित बालाघाट जिले के तीन क्षेत्रों परसवाड़ा, बैहर और लांजी में दोपहर तीन बजे निर्धारित समय पर मतदान संपन्न हो गया। इन तीनों इलाकों में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ था और औसतन 65 प्रतिशत वोट पड़े। इन तीनों क्षेत्रों का भी अंतिम वोट प्रतिशत अभी आना शेष है।
वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में लगभग 72.66 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय का प्रयास रहा कि इस बार कम से कम 80 फीसदी मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करें।
मतदान के शुरुआती क्षणों में सतना जिला और कुछ अन्य जिलों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी के कारण कुछ देर के लिए मतदान प्रभावित रहा। इन सभी स्थानों पर मशीनें बदलकर मतदान शुरू कराया गया। सतना जिले में लगभग डेढ़ हजार वीवीपेट और तीन सौ से अधिक कंट्रोल यूनिट बदली गईं। इस जिले में रिजर्व मशीन भी कम पड़ गईं, इसलिए रीवा और आसपास के जिलों से अतिरिक्त मशीनें बुलाकर सतना जिले में इनका उपयोग किया गया।
1545 वीवीपैट मशीनें बदलीं : राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांताराव ने बताया कि राज्य में आज मतदान के दौरान डेढ़ प्रतिशत कंट्रोल यूनिट (सीयू) और ढाई प्रतिशत वीवीपेट बदली गयीं। वहीं सतना जिले में 20 प्रतिशत वीवीपैट (1545 नग) बदले गए। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर पुनर्मतदान कराने की आवश्यकता इसलिए नहीं हैं, क्योंकि मशीन बदलकर फिर से मतदान शुरू करा दिया गया और शाम पांच बजे तक आने वाले सभी मतदाताओं से वोट डलवाए जाएंगे, भले ही इस कार्य में रात्रि के आठ नौ ही क्यों नहीं बज जाएं।
कमलनाथ की शिकायत : उन्होंने बताया कि मशीनों में खराबी के संबंध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की शिकायत आई थी और आयोग की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में बता दिया गया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की ओर से कमलनाथ के आज छिंदवाड़ा जिले में मतदान के दौरान चुनाव चिन्ह दिखाने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई है। इस बारे में वीडियो रिकार्डिंग मंगवाई गई है और उसके अवलोकन के बाद अगला कदम उठाया जाएगा।
राव ने कहा कि राज्य में मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है और भिंड जिले के मोहनपुरा के पास गोली चलने संबंधी जो खबर आई है, उसका मतदान से कोई लेना-देना नहीं है। पास के मतदान केंद्र पर मतदान प्रभावित नहीं हुआ और झगड़े के संबंध में पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई की है। इस मामले में एक व्यक्ति को मामूली चोट आई है।