घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली का दौर सोमवार लगातार छठे कारोबारी दिन भी जारी रहा। बाजार में मंदी हावी है और बीते छह दिनों में निवेशकों को करीब छह लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। शेयर बाजारों में सोमवार को उतार चढ़ाव भरे कारोबार के बीच बीएसई सेंसेक्स 141 अंक गिरकर बंद हुआ। सूचना प्रौद्योगिकी, बैंकिंग, दवा और रोजमर्रा के उपभोक्ता उत्पाद कंपनियों के शेयर में मुनाफा वसूली से बाजार पर दबाव रहा।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स 141 अंक यानी 0.38 प्रतिशत गिरकर 37,532 अंक पर बंद हुआ। दिन में यह 37,480 से 37,919 अंक के बीच रहा। इसी तरह एनएसई निफ्टी 48 अंक यानी 0.43 प्रतिशत गिरकर 11,126 अंक पर बंद हुआ। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेस के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि निवेशकों को दूसरी तिमाही के आंकड़ों में भी जीडीपी आंकड़ों के नीचे आने की आशंका है, इसलिए बाजार में कारोबार सीमित दायरे में बना हुआ है।
कमजोर मांग के चलते वाहन, बैंक और अवसंरचना क्षेत्र पहले ही धीमी गति से चल रहे हैं। हालांकि, मानसून के बेहतर रहने और कॉर्पोरेट कर में कटौती का लाभ लेने के चलते कुछ ब्लूचिप कंपनियों के शेयर में लिवाली का दौर* रहा है।
सरकार के भारत पेट्रोलियम के निजीकरण किए जाने का रास्ता साफ किए जाने के बाद एनएसई पर कंपनी* का शेयर पांच प्रतिशत तक गिर गया। सेंसेक्स में शामिल ओएनजीसी, आईटीसी, टाटा स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स,टीसीएस, सन फार्मा, एनटीपीसी, इंडसइंड बैंक और टेक महिंद्रा के शेयर में 2.97 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई।
साभार हिंदुस्तान