सीकर। राजस्थान के लोगों ने आपसी सद्भाव की एक नई मिसाल पेश की है। सीकर जिले के कोलिडा गांव में मुस्लिम समुदाय द्वारा इस्तेमाल में बंद हो चुके एक कब्रिस्तान की, जमीन हिंदू समुदाय के लोगों को मंदिर का निर्माण करने के लिए दान की है। land donated
बीते कई सालों से कब्रिस्तान की जमीन का कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा था। ऐली स्थिति में मुसलिम समुदाय ने इसे दान करने का फैसला किया। मुस्लिम समुदाय ने कुल दो बीघा के क्षेत्रफल की जमीन दान की है। खबर के मुताबिक गांव का जाट समुदाय से जुड़े मील समाज को मंदिर निर्माण के लिए जमीन की जरूरत थी।
ऐसे में गांव के मुसलमान उनकी इस मदद करने के लिए आगे आए। गांव के पंचों में से एक मोहम्मद इशहाक बताते हैं कि मंदिर के लिए जमीन की जरूरत की खबर मिलते ही उन्होंने मुस्लिम समुदाय के सभी लोगों और बुजुर्गों से बातचीत की।
सभी सदस्यों के साथ बातचीत के बात जमीन को मंदिर निर्माण के लिए दान करने का फैसला लिया गया। जमीन दो हिस्सों में दान की गई थी। सबसे पहले 1 बीघा जमीन दी गई थी जिस पर सुर्जल माता के मंदिर का निर्माण किया गया था।
इसके बाद दो साल पहले जब मंदिर का निर्माण कार्य बढ़ाने का काम शुरु हुआ तो और ज्यादा जमीन की जरूरत पड़ी। ऐसी स्थिति में में मंदिर की जरूरत को देखते हुए आधा बीघा और जमीन मुस्लिम समाज द्वारा दान कर दी गई। वहीं गांव के लोगों का कहना है कि दोनों समुदायों के बीच में काफी गहरा सद्भाव है। जब मंदिर निर्माण पूरा हुआ तो और उसका शिलान्यास किया गया तो इसमें बड़ी तदादा में दोनों समुदायों से लोग मौजूद थे। land donated
बीते कई सालों से कब्रिस्तान की जमीन का कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा था। ऐली स्थिति में मुसलिम समुदाय ने इसे दान करने का फैसला किया। मुस्लिम समुदाय ने कुल दो बीघा के क्षेत्रफल की जमीन दान की है। खबर के मुताबिक गांव का जाट समुदाय से जुड़े मील समाज को मंदिर निर्माण के लिए जमीन की जरूरत थी।