लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी को मंगलवार को शैक्षणिक सत्र 2022-2023 के लिए पांच पीजी एमडी सीटों के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग की मंजूरी मिल गई। शीर्ष चिकित्सा शिक्षा नियामक संस्था से अप्रैल में संस्थान के मूल्यांकन के बाद आया था। इमरजेंसी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर हैदर अब्बास ने इस उपलब्धि के साथ दाखिले की भी जानकारी दी।
केजीएमयू में इमरजेंसी मेडिसिन की इन पांच सीटों पर एमडी की पढ़ाई के लिए इसी सत्र यानी 2022-23 में नीट के माध्यम से प्रवेश लिया जा सकेगा। इमरजेंसी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर हैदर अब्बास ने इस उपलब्धि पर और अधिक जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (नेशनल मेडिकल कमीशन) द्वारा किंग जॉर्ज मेडिकल युनीवर्सिटी को इमरजेंसी मेडिसिन की पांच पीजी सीटों के लिए अनुमति प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा कि छात्र नीट पीजी काउंसलिंग के बाद यहां प्रवेश ले सकेंगे।
- नेशनल मेडिकल कमीशन ने केजीएमयू को अलॉट की इमरजेंसी मेडिसिन के लिए पांच सीटें।
- इमरजेंसी अस्पताल के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है ये विषय।
- 2022-23 में नीट के माध्यम से लिया जा सकेगा दाखिला।
प्रदेश में अभी तक संजय गांधी पीजीआई में इमरजेंसी मेडिसिन में एमडी की मात्र दो सीटें हैं, जबकि डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में डीएनबी की केवल एक सीट ही है।
केजीएमयू को मिलने वाली इस उपलब्धि पर प्रोफ़ेसर अब्बास ने चिकित्सा जगत के लिए एक महवपूर्ण कामयाबी बताया और कहा कि इमरजेंसी मेडिसिन की इन सीट के बढ़ने का लाभ तीन वर्षों के बाद हमारे सामने उन चिकित्सकों के रूप में होगा जो छात्र यहाँ से पीजी करके निकलेंगे। इसका सबसे बड़ा फ़ायदा भविष्य में प्रदेश के अस्पतालों में इमरजेंसी मेडिसिन के चिकित्सकों की उपलब्धता की आसानी के रूप में सामने आएगा।
किंग जॉर्ज मेडिकल युनिवेर्सिटी में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की इस उपलब्धि के लिए कुलपति लेफ्टिनेंट जरनल डॉ बिपिन पुरी ने विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर हैदर अब्बास को बधाई और शुभकामनाएं दी।