उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर शत्रुता और धमकी देने का आरोप लगाया है जिससे कोरिया एक बार फिर अपने परमाणु हथियारों और लंबी दूरी की मिसाइलों का परीक्षण शुरू कर सकता है। कोरिया ने कहा कि वह अस्थायी रूप से रुकी अपनी उन सभी गतिविधियों पर काम शुरू करेगा, जिसपर उसने ट्रंप प्रशासन के साथ हुई बातचीत के बाद विराम लगा दिया था।
मिसाइल परीक्षण के बाद पिछले सप्ताह बाइडन प्रशासन ने उसपर नई पाबंदियां लगा दीं थीं, जिसके बाद उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी। हथियारों के प्रदर्शन की कवायद उत्तर कोरिया ने इन दिनों तेज किया है। उसने एक महीने में चार मिसाइलों का परीक्षण किया है। इसे अमेरिका के साथ लंबे समय से रुकी हुई परमाणु कूटनीति को लेकर वाशिंगटन पर दबाव बनाने से देखा जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया और परमाणु निरस्त्रीकरण के मामलों पर चर्चा के लिए बृहस्पतिवार को एक बैठक बुलाई है।
दक्षिण कोरिया की सेना के मुताबिक़ उत्तर कोरिया ने सोमवार को दो संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइलें समुद्र में दागीं। इस महीने उसके द्वारा किया गया यह चौथा प्रक्षेपण है। अमेरिका के साथ ठप पड़े कूटनीति संबंधों और वैश्विक महामारी के मद्देनजर सीमा बंद होने के बीच उत्तर कोरिया का एक मात्र लक्ष्य अपनी सेना की ताकत प्रदर्शित करना है।
जापान के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने कहा कि मिसाइलें जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिरीं। वहीं, मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाज़ु मात्सुनो ने इसे शांति के लिए खतरा बताते हुए उत्तर कोरिया के इन कृत्यों की निंदा की।