सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने पार्क में नमाज अता करने पर रोक लगाए जाने को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। काटजू ने इसके जरिये सरकार से सवाल किया है कि पार्क में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की शाखाएं नहीं रोकते हैं तो नमाज पर रोक क्यो? एक स्थानीय यूट्यूब चैनल से बातचीत के दौरान काटजू ने कहा, ”हमारे संविधान में आर्टिकल 19(1) बी है, जो कहता है कि ऑल सिटीजन्स हैव राइट टू पीसफुल्ली असेंबल विदआउट आर्म्स.. तो ये उस संविधान की धारा का घोर उल्लंघन हैं।
मैंने देखा है कि आरएसएस की शाखाएं होती है पार्क्स में यहां-वहां.. उसपे तो कोई प्रतिबंध नहीं, उनको तो परमीशन नहीं लेनी पड़ती है.. और फ्राइडे की नमाज 45 मिनट या एक घंटे की होती है उसमें क्या ऐतराज है कि कोई नमाज अगर पढ़ ले तो किसी का सर काट लिया.. किसी का पैर काट लिया.. कर रहे हैं करने दो जिसको.. आजादी होनी चाहिए.. तो ये तो बिल्कुल गलत आदेश हुआ है और मैं इसका घोर विरोध करता हूं।”
वीडियो में काटजू नरेंद्र मोदी सरकार पर कुछ और मुद्दों पर भड़कते नजर आ रहे हैं। गाय के मुद्दे पर वह उसे मां मानने से इनकार करते हैं और कहते हैं कि दुनिया भर में गाय खाई जाती है और पिछले दिनों केरल में उन्होंने भी बीफ खाया था। काटजू गाय की तुलना कुत्ता और घोड़ा जैसे जानवरों से करते हैं। वह सरकार के शासन पर उंगली उठाते हुए कहते हैं कि वह 6 महीने अमेरिका में रहकर आए हैं और वहां लोग हिंदुस्तान का मजाक उड़ाते हैं। काटजू कहते हैं कि दुनिया में लोग कहते हैं कि यहां गधे भरे पड़े हैं।
बता दें कि पिछले दिनों शिकायत मिलने के बाद नोएडा पुलिस ने पार्क में नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस पर काफी हो हल्ला मचा। हालांकि, पिछले जुमे यानी शुक्रवार को पुलिस के बंदोबस्त के चलते नोएडा सेक्टर 58 के पार्क में तो नमाज आता नहीं की गई लेकिन सेक्टर 63 और 65 के पार्क में पुलिस नमाजियों को नमाज अता करने से नहीं रोक पाई। नोएडा पुलिस ने पिछले दिनों इस सिलसिले में दो लोगों हिसारत में भी लिया था और बाद में छोड़ दिया था।