देश में इस समय इसरो के मिशन आदित्य एल 1 की सफलता के जश्न का माहौल है। इस सफलता पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी बधाई दी है।
इस उपलब्धि के लिए उन्होंने पूरे भारतीय वैज्ञानिक समुदाय को बधाई दी है और कहा है कि यह मिशन सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के बारे में हमारे ज्ञान को बढ़ाएगा और पूरी मानवता को लाभान्वित करेगा।
राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा- ‘इसरो ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है! भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य एल1 लैग्रेंज प्वाइंट 1 पर अपने गंतव्य पर पहुंच गया है।’
𝐈𝐧𝐝𝐢𝐚, 𝐈 𝐝𝐢𝐝 𝐢𝐭. 𝐈 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐫𝐞𝐚𝐜𝐡𝐞𝐝 𝐭𝐨 𝐦𝐲 𝐝𝐞𝐬𝐭𝐢𝐧𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧!
Aditya-L1 has successfully entered the Halo orbit around the L1 point.#ISRO #AdityaL1Mission #AdityaL1 pic.twitter.com/6gwgz7XZQx
— ISRO InSight (@ISROSight) January 6, 2024
भारत का सौर मिशन आदित्य-एल1 का हेलो कक्षा में प्रवेश कर चुका है। इस सफलता पर इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा, आज केवल आदित्य-एल1 को सटीक हेलो कक्षा में स्थापित करना था। यह उच्च कक्षा की ओर बढ़ रहा था। साथ ही उन्होंने थोड़ा सुधार किये जाने की बात भी कही।
Another grand feat accomplished by ISRO: Prez Murmu on success of India's maiden solar mission #AdityaL1 #ISROhttps://t.co/8dbnTsjens
— The Pioneer (@TheDailyPioneer) January 6, 2024
इसरो चीफ एस सोमनाथ का कहना है जिन सुधार की जरूरत है, उसके लिए वैज्ञानिक तैयार हैं। साथ ही इसरो चीफ की तरफ से मिली जानकारी में यह भी बताया गया है कि आदित्य एल वन सही जगह पर है। उन्होंने अगले कुछ घंटों तक इसकी निगरानी किये जाने की भी बात कही है।
आगे उन्होंने बताया कि अपने तय रास्ते से थोड़ा भी भटकने पर इसमें कुछ और सुधार करना पड़ सकता है। हालांकि, ऐसा होने की उम्मीद नहीं के बराबर है।
इसरो ने इस अवसर की तस्वीरें वेबसाइट पर साझा की हैं। साथ ही वैज्ञानिकों ने यह जानकारी भी दी है कि उपग्रह में बचे ईंधन से कम से कम पांच वर्ष के जीवन की गारंटी है।