ईरान में 22 वर्षीय महसा अमिनी की हत्या के विरोध में प्रदर्शन अपने तीसरे सप्ताह में प्रवेश कर गया है। तेहरान और इस्फ़हान सहित विभिन्न शहरों में विरोध प्रदर्शन जारी है, जबकि मशहद में देर रात प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं। एक मानवाधिकार समूह के अनुसार इस विरोध प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 83 हो गई है।
उधर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा है कि ईरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ जानबूझ कर बल प्रयोग कर रहा है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा है कि ईरानी अधिकारियों ने देशव्यापी विरोध को क्रूरता से कुचलने के लिए अपनी मशीनरी का प्रयोग कर रहा है।
महसा अमिनी की 16 सितंबर को ईरानी पुलिस हिरासत में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। 22 वर्षीय महसा अमिनी को तेहरान में हेडस्कार्फ़ न पहनने के कारण हिरासत में लिया गया था।
ईरान में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद पिछले 3 सप्ताह से विरोध का सिलसिला जारी है, वहीं पुलिस ने हिजाब न पहनने पर एक और लड़की को हिरासत में लिया है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया सूत्रों के अनुसार जब दो ईरानी महिलाओं की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो ईरानी पुलिस ने उनमें से एक महिला को हिरासत में ले लिया।
دیروز پس از انتشار عکس فوق نهادهای امنیتی با خواهرم -دنیا راد- تماس گرفتندو او را برای ادای پارهای توضیحات احضار کردند. امروز و پس از مراجعه دنیا به محل تعیین شده، او را دستگیر کردند. پس از چند ساعت بی خبری دنیا طی تماس کوتاهی با من گفت که به بند۲۰۹زندان اوین انتقال دادهشدهاست pic.twitter.com/R4WamDkH1V
— Dina Rad (@DinaRad86) September 29, 2022
वायरल फोटो में दो महिलाओं को तेहरान के एक रेस्तरां में बिना हिजाब के खाना खाते देखा जा सकता है। इन्हीं में से एक है दुनिया राद जिसे पुलिस ने शिनाख्त के बाद हिरासत में ले लिया।