भारत अगले वर्ष होने वाले शुरुआती दृष्टिबाधित महिला टी20 वर्ल्ड कप की ‘हाइब्रिड मॉडल’ के आधार पर मेज़बानी करेगा। यह फैसला मुल्तान में विश्व दृष्टिबाधित क्रिकेट परिषद (डब्ल्यूबीसीसी) की आम सालाना बैठक के बाद लिया गया।
इससे पहले सुरक्षा कारणों से भारत ने पाकिस्तान में पुरुष टी20 दृष्टिबाधित क्रिकेट वर्ल्ड कप से हटने का फैसला लिया था। अब यह फैसला उसके कुछ सप्ताह बाद लिया गया है। इसके तहत पाकिस्तान अपने मैच नेपाल या श्रीलंका में खेलेगा।
गौरतलब है कि पिछले साल भारत को महिला टूर्नामेंट की मेजबानी के अधिकार दिए गए थे जिसकी पुष्टि सोमवार को होने वाली आम सालाना बैठक में की गई। इस बैठक में 11 सदस्य देश सम्मिलित थे। बैठक में भारत सहित इंग्लैंड और न्यूजीलैंड वर्चुअली शरीक हुए।
पिछले वर्ष भारत को महिला टूर्नामेंट की मेजबानी के अधिकार मिल गए थे। इस सप्ताह होने वाली आम सालाना बैठक में इसकी पुष्टि की गई। इस बैठक में 11 सदस्य देश उपस्थित थे।
सीएबीआई यानी दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ के अध्यक्ष जीके महनतेश के मुताबिक़, भारत को टूर्नामेंट की मेजबानी का अधिकार पिछले साल ही दे दिया गया था।
आगे उन्होंने याद दिलाया कि उस समय यह भी तय हो गया था कि अगर पाकिस्तान की टीम के भारत आने में वीजा की समस्या आती है तो टूर्नामेंट ‘हाइब्रिड मॉडल’ के तहत आयोजित किया जाएगा।
पाकिस्तान के मैच कहां होंगे? के जवाब में अध्यक्ष महनतेश का कहना था कि यह मैच या तो नेपाल में या फिर श्रीलंका में होंगे और भारतीय टीम नेपाल या श्रीलंका में पकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने जाएगी।
इस टूर्नामेंट का पूरा खर्च भारतीय क्रिकेट बोर्ड उठाएगा। बताए चलें कि सीएबीआई न तो भारतीय क्रिकेट बोर्ड से और न ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद से मान्यता प्राप्त है।