साल 2025 की पहली तिमाही में माइक्रोसॉफ्ट ने 70.1 अरब डॉलर की कमाई की है जो भारतीय करेंसी में करीब 5.93 लाख करोड़ रुपये होती है। तक कम्पनी का मुनाफा 25.8 अरब रहा और यह पिछले साल की तुलना में 19 फीसद अधिक है।
यह पांच कंपनियां है- Google (Alphabet), Amazon, Apple, Microsoft और Meta, जो जो कठिन समय में बढ़ती महंगाई और वैश्विक मंदी के बावजूदमुनाफे के नए रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हैं।
इन कंपनियों के मुनाफे का सबसे बड़ा कारण तेजी से बढ़ता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड सर्विसेज और डिजिटल एडवरटाइजिंग को माना जा रहा है।
दुनिया की पांच सबसे बड़ी टेक कंपनियों के साल 2025 की पहली तिमाही यानी जनवरी से मार्च तक के आंकड़े ज़बरदस्त कमाई की जानकारी दे रहे हैं।
आइये एक नज़र डालते हैं कि किस कंपनी को कितनी कमाई के साथ किस सेक्टर में सबसे ज्यादा फायदा हुआ है-
साल 2025 की पहली तिमाही में माइक्रोसॉफ्ट ने 70.1 डॉलर यानी 5.93 लाख करोड़ की कमाई की और उसका मुनाफा 25.8 अरब डॉलर रहा। ये पिछले साल से 19% ज़्यादा है।
इस ग्रोथ में Azure क्लाउड सर्विसमें 35% की बढ़त देखी गई, साथ ही AI टूल्स जैसे Copilot और OpenAI के साथ साझेदारी ने भी अहम भूमिका निभाई। कंपनी द्वारा निवेशकों को 9.7 अरब डॉलर के शेयर बायबैक और डिविडेंड देकर फायदा पहुंचाया गया।
साल 2025 की पहली तिमाही में Google की पैरेंट कंपनी Alphabet ने 90.2 अरब डॉलर की कमाई की, जो करीब 7.63 लाख करोड़ रुपये है। कम्पनी का मुनाफा 46 फीसद बढ़कर 34.5 अरब डॉलर पहुंच गया। इस कमाई में सबसे बड़ा योगदान Google Cloud का रहा।
कंपनी ने गूगल क्लाउड से 12.3 अरब डॉलर जबकि YouTube Ads 8.9 अरब डॉलर की कमाई की है। कंपनी ने इसके साथ अपना नया AI मॉडल Gemini 2.5 Pro भी लॉन्च किया है और जिससे आने वाले समय में और फायदे का अनुमान है।
Apple की कुल कमाई 95.4 अरब डॉलर यानी 8.06 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल से 5% अधिक है। कम्पनी का पहले तिमाही में मुनाफा बढ़कर 24.8 अरब डॉलर पर पहुंच गया। Apple ने अपने निवेशकों को 100 अरब डॉलर का शेयर बायबैक प्लान दिया है।
इस तिमाही में Amazon ने सबसे ज्यादा 155.7 अरब डॉलर की कमाई जो करीब 13.15 लाख करोड़ रुपये है। कमनी ने इस तिमाही में 17.1 अरब डॉलर का मुनाफा दर्ज किया, जिसमें AWS से 29.3 अरब डॉलर और विज्ञापन से 13.9 अरब डॉलर की आमदनी हुई। इसी दौरान नए इंफ्रास्ट्रक्चर लागत के कारण फ्री कैश फ्लो घटकर 25.9 अरब डॉलर होने की बात भी सामने आई है।
इस तिमाही में Meta की 42.3 अरब डॉलर यानी करीब 3.57 लाख करोड़ की कमाई हुई जो 16% ज़्यादा है। कम्पनी का मुनाफा 35% बढ़कर 16.6 अरब डॉलर पहुंच गया।
मेटा की आय में सबसे बड़ा योगदान विज्ञापन से आया और इसका AI असिस्टेंट हर महीने लगभग एक अरब यूज़र्स द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है। इस दौरान यूरोप में नए नियमों के चलते इसकी पेड सब्सक्रिप्शन सर्विस को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।