अमरावती। आंध्रप्रदेश के अमरावती में बने पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के आवास को तोड़ने की प्रक्रिया आधी रात को शुरू कर दी गई। प्रजा वेदिका नामक इस बंग्ले को पूर्व सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में बनाया गया था। प्रजा वेदिका सीएम नायडू के आवास के पास ही बनाया गया था।
मुख्यमंत्री वायएस जगनमोहन रेड्डी ने सोमवार को प्रजा वेदिका को गिराने के आदेश जारी किए थे। प्रजा वेदिका में एक कॉन्फेंस को संबोधित करते हुए रेड्डी ने कहा था कि हॉल अवैध तरीके से बनाया गया था। इसमें कई नियमों का उल्लंघन किया गया था। उन्होंने ये भी कहा था कि इस हॉल में आयोजित हो रही यह आखिरी बैठक है।
बिल्डिंग तोड़े जाने के विरोध में भारी संख्या में नायडू के समर्थक वहां इकट्ठा हो गए थे। आंध्रप्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू सत्ता बेदखल होने के बाद काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा में भी कमी कर दी गई है। उनके बेटे को मिले जेड श्रेणी की सुरक्षा को हटा लिया गया है।
Chandra Babu Naidu property demolition on banks of Krishna river is appreciable if really unauthorised , what action on civic authorities responsible for such construction , also ensure it does not get repeated in any era , avoid misuse public funds in statues , buildings
— Arvind Mathur (@ArvindM77776274) June 26, 2019
इसके पहले इस बिल्डिंग को गिराने की योजना बुधवार की थी, लेकिन सीएम जगनमोहन रेड्डी ने अपना फैसला बदल दिया और एक दिन पहले ही मंगलवार को इसे ढहाने के आदेश जारी कर दिए। जैसे ही उनका काफिला वहां से निकला बिल्डिंग को ढहाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
5 जून को नायडू ने रेड्डी को पत्र लिखकर प्रजा वेदिका बिल्डिंग उन्हें आवंटित करने की गुजारिश की थी ताकि वे विपक्ष के लिए कार्यालय की तरह इसका इस्तेमाल कर सकें। नायडू का आवास और प्रजा वेदिका दोनों कृष्णा नदी के किनारे पर बसा हुआ है।