फिलाडेल्फिया। कयासों के और इंतजार के लंबे दौर के बाद आखिरकार हिलरी क्लिंटन अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रति पद की उम्मीदवार बन ही गईं। अमेरिका के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना गया है। अब हिलरी का मुकाबला नवंबर में रिपब्लिकन उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप से होगा।
डेमोक्रेटिक पार्टी के नैशनल कन्वेशन में पार्टी प्रतिनिधियों ने हिलरी क्लिंटन को राष्ट्रपति पद के लिए अपना आधिकारिक उम्मीदवार नामित कर दिया है। हिलरी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी हैं। इससे पहले अपनी महीनों पुरानी कड़वाहट को खत्म करते हुए बर्नी सैंडर्स ने अपनी प्रतिद्वंद्वी हिलरी का समर्थन किया था। सैंडर्स ने फिलाडेल्फिया में शुरू हुए डेमोक्रेटिक नैशनल कन्वेंशन में कहा था कि हिलरी को अमेरिका का अगला राष्ट्रपति जरूर बनना चाहिए क्योंकि उनके और रिपब्लिकन उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला ‘करीबी’नहीं है।
बर्नी सैंडर्स (71 साल) ने कहा, ‘हिलरी क्लिंटन के विचारों और नेतृत्व के आधार पर उन्हें अमेरिका का अगला राष्ट्रपति बनना चाहिए। अगर ट्रंप और हिलरी को विकल्प माना जाए तो इनमें जरा भी करीबी मुकाबला नहीं है।’ हालांकि सैंडर्स ने इस बात को भी जाहिर किया था कि कई मसलों को लेकर उनके और हिलरी के बीच असहमति भी है। वोटिंग के दौरान सैंडर्स के मैनेजर और हिलरी के सहयोगी ने एक दूसरे को गले भी लगाया। इस दौरान कई लोग भावुक होकर अपने आंसू पोंछते नजर आए।
बर्नी सैंडर्स ने प्राइमरी चुनावों के दौरान 23 चुनाव जीत लिए थे और वह हिलरी को कड़ी टक्कर दे रहे थे। हालांकि हिलरी की जीत के साथ राष्ट्रपति पद के लिए आगे होने वाले मुकाबले का रास्ता भी साफ हो गया है। जाहिर तौर पर अब यह हिलरी बनाम ट्रंप है। नतीजे आने के बाद बर्नी सैंडर्स ने ट्वीट कर कहा कि यह चुनाव यह सुनिश्चित करने के लिए है कि देश के युवा अच्छे स्कूलों में जाएं, अच्छी नौकरी करें न कि जेलों में जाएं।