गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए विधानसभा की कुल 182 सीटें हैं। यहां पिछले 24 साल से भाजपा की सरकार है। भाजपा के बाद सबसे मज़बूत पार्टी कांग्रेस की है और अब यहाँ आम आदमी पार्टी भी पूरे दम ख़म से हिस्सा लेने उतर रही है।
इस बार सबकी निगाह गुजरात के नतीजों पर इस मुद्दे पर है कि यहाँ जनता बदलाव चाहेगी या भाजपा का जलवा बरकरार रहेगा। पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे के बरअक्स आम आदमी पार्टी इस मुकाबले को किस हद तक प्रभावित करती है ये भी इन चुनावों का बड़ा मुद्दा है। ऐसे में कई जानकार इन मुक़ाबले को त्रिकोणीय मान रहे हैं।
चुनावी मुद्दों की बात करें तो मोरबी के हादसे पर सबसे मज़बूत विपक्ष कांग्रेस ने किसी भी तरह के सियासत बयान पर इंकार किया है। इसके अलावा किसानों के मुद्दे, भाजपा सरकार उद्योगपतियों का कर्ज माफ करन और किसानों का नहीं बड़े मुद्दे हैं।
Election Commission to hold a press conference today to announce the schedule of the Gujarat Assembly elections
— ANI (@ANI) November 3, 2022
प्रदेश में बेरोजगारी और भर्ती परीक्षाओं में देरी पर भी विपक्ष सवाल उठा रही है। महंगाई का मुद्दा इस समय राष्ट्रीय स्तर पर अपना प्रभाव रखता है। इन तमाम मुद्दों के साथ विपक्ष जनता के सामने ला रही है जबकि सत्ता में बैठी भाजपा के पास गुजरात मोडल का बखान तथा अन्य लुभावनी योजनाए उनके प्रचार का हिस्सा हैं।
कांग्रेस के 2017 के कई बड़े चेहरे इस समय पार्टी में नहीं है जिनमे हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर बड़े नामों में गिने जाते हैं। दोनों ने ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में एंट्री ले ली है।
गुजरात विधान सभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के लिए चुनाव आयोग आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा।@ECISVEEP pic.twitter.com/CO4uPdwhcN
— The India (@TheSanskriti_) November 3, 2022
भाजपा की जीत की स्थिति में मुख्यमंत्री पद के लिए फिलहाल भाजपा के मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल को सशक्त उम्मीदवार माना जा रहा है। कांग्रेस के पक्ष में बाज़ी आने की स्थिति में जगदीश भाई मोतीजी ठाकोर मुख्यमंत्री पद पर विराजमान होंगे। मोतीजी ठाकोर इस समय गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। हालांकि पार्टी की ओर से अभी किसी नाम का एलान नहीं किया गया है। मोतीजी ठाकोर के अलावा यहाँ से प्रमुख नामों में कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल और जिग्नेश मेवानी के नाम खास हैं।
परिस्थितियां आम आदमी पार्टी के पक्ष में होने पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया के सीएम बनने की उम्मीद है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्द प्रयोग करने के कारण गोपाल इटालिया चर्चा में हैं ऐसा करने पर उन्हें हिरासत में भी ले लिया जा चुका है।