अहमदाबाद विमान दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए केंद्र सरकार ने नागरिक विमानन में सुरक्षा की समीक्षा और उसे मजबूत करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।
अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान के दो दिन पहले दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद गठित होने वाली इस समिति की जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ट्वीट के ज़रिए से दी है।
जानकारी के मुताबिक़, यह समिति विमानन से जुड़ी अन्य एजेंसियों द्वारा की जा रही विभिन्न जांचों की जगह नहीं लेगी, बल्कि आइंदा भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए एसओपी तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने भी अहमदाबाद विमान दुर्घटना स्थल का दौरा किया। ड्रीमलाइनर हादसे के बाद विमानन नियामक डीजीसीए ने एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान की सुरक्षा जांच बढ़ाने का आदेश दिया है।
गौरतलब है कि एएआईबी भारतीय हवाई क्षेत्र में परिचालन करने वाले विमानों से जुड़ी सुरक्षा घटनाओं को दुर्घटनाओं और गंभीर घटनाओं में वर्गीकृत करने के लिए जिम्मेदार है।
इस बीच दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के दो ब्लैक बॉक्स में से एक मिल गया है, इससे विमान हादसे की वजह का पता लगाने में सहायता मिलेगी।
ब्लैक बॉक्स दरअसल किसी भी जहाज़ का जादुई बॉक्स जैसा होता है। यह एक एक्स-रे मशीन की तरह काम करता है। इसमें इंजन स्टार्ट होने से लेकर इंजन बंद होने तक दर्ज होने वाली सभी गतिविधयां महफूज़ होती है।
बताते चलें कि अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान 12 जून को उड़ान भरने के तुरंत बाद ही नजदीक की एक इमारत से टकरा गया। इस हादसे में विमान में सवार कुल 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, जबकि एक यात्री बच गया।
जहाज़ दुर्घटना के समय एक मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टरों के हॉस्टल से टकराया था। इस हादसे में कई डॉक्टरों सहित अन्य लोगों की भी मृत्यु हो गई थी। सरकारी तौर पर साझा किए आंकड़ों के मुताबिक़, इस हादसे में कुल 265 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।