नयी दिल्ली 20 दिसंबर : कांग्रेस ने कहा है कि आंदोलन करने को मजबूर हुए किसान केंद्र सरकार से न्याय मांग रहे हैं लेकिन उनके साथ अन्याय हो रहा है और उनकी मांगों पर सरकार चुप्पी साधे बैठी है।
कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने रविवार को यहां पत्रकार वार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि किसान आंदोलन के दौरान अब तक 33 किसान दम तोड़ चुके हैं लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है और किसानों की समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की समस्याओं पर चुप्पी साधे हुए हैं और उनकी मांगों को पूरा करने की बजाए उन्हें बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं। वह कृषि कानून को वापस लेने की बजाय उन्हें सही ठहरा रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को किसानों की बात सुननी चाहिए थी लेकिन वह पश्चिम बंगाल में चुनाव जीतने के कार्यक्रम में व्यस्त है। उन्हें अगले साल मई में होने वाले चुनाव की चिंता है और किसानों के मुद्दे पर विचार करने की बजाय चुनाव जीतने की रणनीति बनाने में लगे है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को आंदोलन के दौरान दम तोड़ने वाले किसानों के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना देनी चाहिए थी लेकिन वे दोनों किसान आंदोलन को भटकाने की कोशिश में है और किसानों के साथ अन्याय कर रहे हैं।