राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर नाटक के ज़रिये शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और रोजगार की मांग उठाई इन लड़कियों ने।
पूरी दुनिया में बढ़ती असमानता और भेदभाव के खिलाफ ग्लोबल एक्शन वीक चलाया जा रहा है। इसके तहत उत्तरप्रदेश की कई संस्थाओं ने मिलकर समता नेटवर्क की ओर से लखनऊ में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जयंती से गांधीजी के शहादत दिवस तक जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की है। 23 जनवरी से 30 जनवरी चलने वाले इन कार्यक्रंमों में कई रोचक, सांस्कृतिक एवं बराबरी के पक्ष में जागरूकता पैदा करने की गतिविधियों के माध्यम सन्देश दिया जायेगा।
बीते दिन 23 जनवरी से इन कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। इसमें बालिका शिक्षा और स्वास्थ्य पर एक नुक्कड़ नाटक समता की आवाज़ें और गीत – मशहूर इंडियन ओशन बैंड द्वारा निर्मित, फेस पेंटिंग्स और प्रॉप्स के साथ चिनहट,गोमतिगगर, शिरोज़, शहीद स्मारक और मज़दूर बस्ती में प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के दौरान इन स्थानों पर गीत संगीत के साथ बात चीत की गई और पर्चे बांटने के साथ अधिकारों की आवाज़ उठाई गई । गैरबराबरी के खिलाफ इंडियन ओशियन के लिखे गीत पर डांस परफार्मेंस के मार्फत जीवन के हर क्षेत्र में भेदभाव और अमीरी गरीबी के फ़र्क़ को दिलचस्प तरीके से उभारा गया जिसका वहां मौजूद बच्चों, महिलाओं और युवाओं को सन्देश पहुँचाना था।
आने वाले बजट में लड़कियों सहित सभी गरीब वर्ग
की शिक्षा, स्वास्थ्य और राशन को निशुल्क करने की
अपील की गई है। जो दुनिया के अन्य देशों की
तरह एक रिकवरी पैकेज होगा।
इसी कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुये आज राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर सभी युवा प्रतिभागी और शहर के कुछ जाने माने लोग शहीद स्मारक पर मिले और विचार साझा किये। कार्यक्रम में मौजूद सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कबीर ने देश के युवाओं से कला और संस्कृति के ज़रिए लोगों को जागरूक बनाने की अपील की और कहा कि हमारे बोलने से ही सरकार बजट में हमारे लिये गुंजाइश करेगी वरना देश के बजट पर अमीरों और कॉरपोरेट का कब्ज़ा हो चुका है। कलाकारों ने नारे लगा कर, गीत गाकर और पर्चे बांटकर अपनी बात आम जनता तक पहुंचाई।
इसी कड़ी में अगले कार्यक्रमों के अंतर्गत 25 को जनवरी को मतदाता दिवस पर जानकारी दी गई। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हुये सविंधान की प्रस्तावना का पाठ होगा। 28 जनवरी को मीडिया से और 29 जनवरी को सोशल मीडिया पर बढ़ती गैर बराबरी के आंकड़े और सर्वे रिपोर्ट पेश किये जायेंगे। 30 जनवरी महिलाओं के मुद्दों पर कार्यक्रम और बापू का शहादत दिवस मनाया जाएगा। साथ ही नफरत तथा हिंसा के खिलाफ शांति प्रेम, सद्भाव से रहने का संकल्प लिया जाएगा।
कोविड के दौर को लेकर बढ़ती स्वास्थ्य, शिक्षा और बेरोजगारी जैसी समस्यों को इन गतिविधियों के द्वारा सरकार तक पहुंचाया जाएगा। इस प्रकार जनता और सरकार के बीच में एक संवाद स्थापित करते हुए इस अभियान का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं को दूर करना है।
कार्यक्रम की संयोजिका उपासना त्रिपाठी और वीना राना ने बताया कि सरकार से आने वाले बजट में लड़कियों सहित सभी गरीब वर्ग की शिक्षा, स्वास्थ्य और राशन को निशुल्क करने की अपील की गई है। जो दुनिया के अन्य देशों की तरह एक रिकवरी पैकेज की होगा।
नाटक में भाग लेने वाले कलाकार में रुखसार, दिव्या, आर्या, अब्दुल रहमान, पलक, खुशबू, इकरा, विवेक, आदर्श, शाहरुख, पुष्पेंद्र, विवेक और संहिता ने अपनी प्रस्तुति से वहां मौजूद लोगों का दिल जीत लिया।