नीस शहर में सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने तीसरे ‘संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन’ (UNOC3) का उदघाटन किया।
नीले सागर की चमकती लहरों वाली पृष्ठभूमि में वहाँ जमा हुए प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए महासचिव ने समुद्र को बचाने के लिए तुरन्त कार्रवाई की पुकार लगाई। इस अवसर पर उन्होंने समुद्र के साथ मानवता के टूटे हुए सम्बन्ध की कठोर आलोचना की।
यूएन महासचिव ने ध्यान दिलाया कि महासागार एक महत्वपूर्ण संसाधन हैं, लेकिन हम इसका संरक्षण करने में विफल रहे हैं।
‘संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन’ में कोस्टा रीका के राष्ट्रपति रॉड्रिगो चावेस रोबल्स ने दशकों तक महासागरों का “वैश्विक कूड़ेदान” की तरह इस्तेमाल करने की निन्दा करते हुए, शोषण से संरक्षण की ओर बदलाव की अगुवाई का आहवान किया।
तापमान वृद्धि के अलावा अत्यधिक मछली पकड़ना, प्लास्टिक प्रदूषण, अम्लीकरण, प्रवाल भित्तियों का क्षरण जैसी विशाल चुनौतियों की चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के कारण होने वाले अत्यधिक ताप का 90 फ़ीसदी महासागर ही अवशोषित कर रहे हैं, और गहरे दबाव को झेल रहे हैं।
यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने चिन्ता जताई कि मछली के भंडार ढह रहे हैं, बढ़ते समुद्री जलस्तर से जल्द ही “डेल्टा डूब सकते हैं, फ़सलें नष्ट हो सकती हैं, और तटीय क्षेत्र जलाधीन हो सकते हैं, जिससे कई द्वीपों का अस्तित्व ख़तरे में पड़ सकता है।”
फ़्राँस व कोस्टा रीका की सह-अध्यक्षता में इस पाँच दिवसीय सम्मेलन में 120 से अधिक देश हिस्सा ले रहे हैं। इस विशाल स्तर पर आयोजन एक स्पष्ट संकेत है कि महासागर की सेहत, और जलवायु स्थिरता, खाद्य सुरक्षा एवं वैश्विक समता के बीच सम्बन्ध और उनकी अहमियत के प्रति समझ बढ़ी है।
कोस्टा रीका के राष्ट्रपति रॉड्रिगो चावेस रोबल्स ने दशकों तक महासागरों का “वैश्विक कूड़ेदान” की तरह इस्तेमाल करने की निन्दा करते हुए, शोषण से संरक्षण की ओर बदलाव की अगुवाई का आहवान किया।
कोस्टा रीका के नेता ने, अन्तरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में गहरे समुद्र में खनन पर तब तक स्वैच्छिक रोक लगाने का आग्रह किया है, जब तक विज्ञान द्वारा इसमें निहित जोखिमों का आकलन पूरा नहीं कर लिया जाता है. इसके लिए 33 देश पहले से ही अपना समर्थन दे चुके हैं।