उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद’ की परीक्षा पास करने वालों में पांच ऐसे क़ैदी भी हैं जो अलीगढ़ जेल में जघन्य अपराधों की सजा काट रहे यहीं।
इन कड़ियों ने अपने पहले प्रयास में ही यूपी बोर्ड की यह परीक्षा उत्तीर्ण की है। इन सभी क़ैदियों को हत्या और बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों के जुर्म में जेल में रखा गया है।
जेल अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक़, इन कैदियों में से तीन ने दसवीं कक्षा की परीक्षा जबकि दो ने बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है।
इन सभी पांचों कैदियों की उम्र 25-28 साल के बीच है। मीडिया रिपोर्ट के हवाले से मिली जानकारी में कहा गया है कि जेल अधीक्षक बृजेंद्र यादव का कहना है कि इन कैदियों के शत-प्रतिशत परिणाम ने अन्य कैदियों के लिए उम्मीद की नयी किरण पैदा की है।
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए प्रशासन का कहना था कि यह सभी विचाराधीन कैदी हैं। इनमें से एक पर हत्या का आरोप है। एक पर तेजाब से हमला करने का मामला दर्ज है जबकि तीन अन्य नाबालिगों से बलात्कार करने के आरोप में पोस्को अधिनियम के तहत सजा काट रहे हैं।
इन परिणामों के हवाले से जेल प्रशासन का कहना है कि यह परिणाम इन कैदियों के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकते हैं, क्योंकि अब उन्हें अपनी सजा पूरी करने के बाद सामान्य जीवन जीने की उम्मीद की एक किरण दिखाई दे रही है।
प्रशासन का मानना है कि कैदी अब दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रमों के माध्यम से अपनी शिक्षा जारी रखने की उम्मीद कर रहे हैं और इनके प्रयासों को प्रोत्साहित करने की बात भी प्रशासन ने कही।