नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने किसानों को एक हफ्ते में 25,000 रुपए निकालने की छूट तो दे दी लेकिन 500-1000 रुपए के पुराने नोटों द्वारा बीज खरीदने की इजाजत के लिए दी गई अर्जी को ठुकरा दिया। मंगलवार को हुई एक मीटिंग में वित्त मंत्रालय ने कृषि मंत्रालय द्वारा दी गई अर्जी को ठुकरा दिया। उसमें कहा गया था कि किसानों को पुराने 500 और 1000 के नोटों से बीज खरीदने दिया जाना चाहिए। वित्त मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी सरकार द्वारा जनधन खाते बड़े पैमाने पर खोले गए हैं। जिन किसानों को भी दिक्कत है वह जाकर उन खातों में नोट जमा करवा सकते हैं या फिर नोट बदलवा सकते हैं। बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में 16 करोड़ से ज्यादा जनधन खाते चालू हैं। किसानों द्वारा उनका इस्तेमाल किया जा सकता है। finance minister
कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने 15 नवंबर को वित्त मंत्री अरुण जेटली को लिखा था कि सरकार द्वारा चलाई जाने वाली सभी बीज और रबी की फसल खरीद-बेची करने वाली जगहों पर 24 नवंबर तक पुराने नोट चलने चाहिए जैसे कि एयरलाइन्स, रेलवे, पेट्रोल पंप और हॉस्पिटल में चलने दिए जा रहे हैं। सिंह ने कहा था कि इससे किसान अच्छे बीज खरीद सकेगा।
सिंह ने कहा था कि रोजना के हिसाब से 24 नवंबर तक 10 हजार रुपए के बीज खरीदने की इजाजत देनी चाहिए। सिंह ने कहा था कि चाहे तो बदले में किसानों से प्रूफ के लिए कुछ जमा भी करवाया जा सकता है। बता दें कि रबी की फसल के लिए नवंबर और 10 दिसंबर तक का वक्त सबसे अहम होता है। 11 नवंबर तक 146.85 लाख हेक्टेयर यानी 23 प्रतिशत गेहूं बोया जा चुका है। यह साल के कुल टारगेट का 23 प्रतिशत होता है।
8 नवंबर की रात से शुरू हुई नोटबंदी से लोग काफी परेशान हैं। बैंकों और एटीएम के बाहर लाइन खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इसको देखते हुए सरकार बार-बार नए कदम उठाती है। गुरुवार (17 नवंबर) को वित्त सचिव ने लोगों को कुछ राहत देने वाली खबर दी थी। बताया गया था कि जिन घरों में शादी है वह शादी का कार्ड दिखाकर 2.5 लाख रुपए तक निकाल सकेंगे। लेकिन बैंकों से 4500 रुपए बदलवाने की लिमिट को घटाकर 2000 भी कर दिया गया था। नोटबंदी को लेकर ससंद के दोनों सदनों में भी हंगामा है।