राजस्थान सरकार की तरफ से गो तस्करी मामले में पहलू खान के खिलाफ आरोपपत्र दायर करने पर उसके बेटे ने हैरानी जताई है। हालांकि, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अगर किसी तरह की कोई अनियमितताएं पाई जाती है तो दोबारा जांच कराई जाएगी।
गौरतलब है कि पहलू खान की अलवर में बेहरोर के पास 1 अप्रैल 2017 के गो रक्षकों ने तस्करी का आरोप लगाया था। भीड़ ने पहलू खान की पीट-पीटकर हत्या की दी दी। खान ने यह दावा किया था कि वह मवेश बाजार से गाय खरीदकर लाए अपने गांव ले जा रहे थे। पहलू खान ने 3 अप्रैल को अस्पताल में दम तोड़ दिया था। भीड़ की तरफ से पीट-पीटकर की गई हत्या इस सनसनीखेज वारदात के बाद राज्य की राजनीति पूरी तरह से गरमा गई थी।
पहलू खान के परिवार ने कहा कि उन्हें उस वक्त निराशा हुई जब यह पता चला कि राजस्थान पुलिस ने उनके खिलाफ ही आरोपपत्र दाखिल किए है। उन्होंने कहा कि वे राजस्थान सरकार से इंसाफ की उम्मीद कर रही थी।
पहलू खान के बड़े बेटे इरशद खान ने कहा- “आरोपपत्र की उम्मीद नहीं कर रहे थे। मेरे पिता की भीड़ ने हत्या की थी। हम यह सोच रहे थे कि कांग्रेस की नई सरकार हमारे खिलाफ केस वापस लेगी, लेकिन उन्होंने हमारे खिलाफ ही आरोपपत्र दाखिल कर दिया।”
पिछले साल राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के फौरन बाद 30 दिसंबर को आरोपपत्र तैयार किया गया था। इसे 29 मई को बहरोज के एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया था।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस केस में जांच पिछली बीजेपी सरकार ने की थी और उनकी सरकार ने आरोपपत्र को पेश किया है। गहलोत ने कहा कि अगर किसी तरह की अनियमिताएं पायी जाती है तो केस की दोबारा जांच की जाएगी।
साभार hindustanlive.com