लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता डीपी यादव को मकोका के एक मामले में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। डीपी यादव को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस डीपी यादव से सट्टा केस में भी पूछताछ कर सकती है।
गौरतलब है कि भजनपुरा पुलिस ने पिछले साल दिसम्बर महीने में 10 सट्टेबाजों को रंगेहाथ पकड़ा था। इस दौरान पुलिस ने रैकेट के सरगना रोशन लाल वर्मा व अमरनाथ बजाज को भी गिरफ्तार किया था। आरोपियों से हुई पूछताछ के बाद पुलिस को इस पूरे गिरोह में शामिल संदिग्धों के नेटवर्क का पता चला था। चेन को पूरी तरह खंगालने पर दोनों आरोपियों ने यह खुलासा किया था कि वे अपने तीसरे पार्टनर योगेश्वर के साथ मिलकर डीपी यादव के संरक्षण में सट्टा चला रहे थे।
दिल्ली पुलिस ने इसे एक संगठित अपराध मानते हुए आरोपियों पर मकोका लगा दिया था। पुलिस ने मकोका कोर्ट में दायर चार्जशीट में डीपी यादव समेत इस पूरे नेटवर्क से जुड़े करीब 12 से 15 लोगों की संलिप्तता का खुलासा किया था। जांच में यह बात सामने आई थी कि यादव संरक्षण में चलने वाले इस रैकेट में शामिल बड़े नाम हमेशा बचते रहे। इक्का-दुक्का छुटभैया लोगों की गिरफ्तारी के बाद इस पूरे नेटवर्क को नहीं खंगाला जाता था।
यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने डीपी यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था। 2012 में यूपी विधानसभा चुनाव के वक्त अखिलेश यादव ने डीपी यादव को पार्टी में शामिल किए जाने का विरोध किया था। डीपी यादव देहरादून की सिद्धुवला जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है। डीपी यादव को 2015 में देहरादून की सीबीआई कोर्ट ने गाजियाबाद दादरी के विधायक महेंद्र भाटी की 1992 में हुई हत्या के मामले में सजा सुनाई थी। इसके अलावा अलग-अलग मामलों में भी यादव को 10 साल और 5 साल की सज़ा हुई है।