वैज्ञानिकों का कहना है कि एक रात की बेसुकूनी भी मानव स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है।
कुवैत के दासमान डायबिटीज इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों की एक नई शोध रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ एक रात की खराब नींद किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करने के लिए पर्याप्त हो सकती है।
शोध दल की प्रमुख डॉक्टर फातिमा अल-रशद का कहना है कि टेक्नोलॉजी में प्रगति, स्क्रीन के सामने बिताया जाने वाला समय और बदलते सामाजिक मानदंड लगातार नींद के पैटर्न को बाधित कर रहे हैं, जिसका प्रतिरक्षा प्रणाली और समग्र मानव स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
रिपोर्ट के अनुसार, नींद की कमी से शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली प्रभावित होती है, ऐसे में व्यक्ति के लिए किसी भी प्रकार के संक्रमण से लड़ना मुश्किल हो जाता है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जब कोई व्यक्ति सो रहा होता है, तो उसका ब्लड प्रेशर कम हो जाता है, जिससे रक्त वाहिकाएं शिथिल हो जाती हैं। यह मानव प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हालांकि, नींद में व्यवधान के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली बाधित हो जाती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लगातार नींद की कमी से मोटापा, हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियां हो सकती हैं।शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि भविष्य में होने वाले शोध यह समझाने का प्रयास करेंगे कि नींद की कमी प्रतिरक्षा प्रणाली को कैसे प्रभावित करती है और यह किसी व्यक्ति के मोटापे, मधुमेह और हृदय रोग के जोखिम को कैसे कम कर सकती है।