चंडीगढ़ 16 जनवरी : पश्चिमोत्तर क्षेत्र में बर्फीली हवाओं और घने काेहरे का कहर जारी रहने से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। मौसम की खराबी का असर सड़क, रेल और हवाई सेवा पर पड़ा।
पिछली शाम से ही घने कोहरे में समूचा उत्तर भारत कड़कड़ाती ठण्ड की आगोश में रहा। दोपहर तक कोहरा पूरा तरह नहीं छंटा और शीतलहर और शीत लहर के कारण जनजीवन चरमरा गया । लोग घरों में रहे और लोगों ने अलाव जलाकर इस ठण्ड का सामना किया।
मौसम केन्द्र के अनुसार अगले चौबीस घंटों में घने कोहरे ,शीतलहर और कोल्ड डे कंडीशन के बरकरार रहने के आसार हैं। ऐसा ही मौसम अगले दो दिन तक जारी रहने के आसार हैं। हालांकि मौसम खुश्क बना हुआ है। पंजाब में पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से लोगों ने चटख धूप के दर्शन नहीं किये और बर्फीली हवाओं ने हालात खराब कर दिये हैं। भीषण ठंड के कारण पक्षियों की चहचहाहट भी सुनाई नहीं दी । सुबह पेड़ों से बारिश की तरह पानी झड़ रहा था ।
कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के कारण चंडीगढ़ का पारा पांच डिग्री रहा । अंबाला ,नारनौल का पारा पांच डिग्री , रोहतक ,सिरसा ,अमृतसर हलवारा,पटियाला का पारा क्रमश: छह डिग्री रहा ।
करनाल तथा हिसार का पारा चार डिग्री ,लुधियाना सात डिग्री , आदमपुर छह डिग्री , बठिंडा चार डिग्री और दिल्ली का पारा छह डिग्री रहा । श्रीनगर शून्य से कम आठ डिग्री , जम्मू का छह डिग्री रहा ।
हिमाचल प्रदेश में कड़ाके की ठंड के बीच अच्छी धूप खिलने से शीतलहर से राहत मिली तथा शिमला का पारा सात डिग्री , मनाली एक डिग्री , धर्मशाला छह डिग्री, कांगडा तीन डिग्री, भुंतर एक डिग्री, मंडी तीन डिग्री, उना छह डिग्री, कल्पा शून्य डिग्री और सोलन का पारा शून्य के करीब रहा।