लंदन, 09 अक्टूबर : इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने अपने पिछले अनुबंध मॉडल में बदलाव किया है। इसके तहत उसने 20 पुरुष क्रिकेटरों को टेस्ट और सफेद गेंद प्रारूप के लिए अलग-अलग वार्षिक केंद्रीय अनुबंधों की पेशकश की है।
समझा जाता है कि ईसीबी ने यह बदलाव पिछले मॉडल के बहुत ज्यादा लचीले न होने के कारण हुए विवाद के बाद किया है। पिछले साल के अनुबंध में एक बिंदु पर विवाद हो गया था। दरअसल बात यह थी कि सर्दियों के दौरान एशिया में छह टेस्ट खेले जाने के बावजूद 2020/21 सीजन के लिए दिए गए टेस्ट अनुबंधों की सूची में कोई स्पिनर शामिल नहीं था, जबकि ऑलराउंडर मार्क वुड को टेस्ट टीम के प्रमुख सदस्य होने के बावजूद केवल सफेद गेंद के अनुबंध की पेशकश की गई थी।
ईसीबी के मुताबिक इंग्लैंड टीम प्लेयर पार्टनरशिप (टीईपीपी) और प्रोफेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (पीसीए) के साथ मिलकर काम करने के बाद अनुबंध की संरचना में बदलाव किया गया है। इसे एक तरल और गतिशील परिदृश्य में इंग्लैंड की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है। साथ ही साथ कोरोना महामारी की स्थिति को भी ध्यान में रखा गया है, जिसका खिलाड़ियों की उपलब्धता पर लगातार प्रभाव पड़ता रहेगा।