लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने से एक दिन पहले चुनाव आयोग ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस बीच जो दो मुख्य बातें निकल कर सामने आई हैं उनमे से चुनाव को गर्मी से पहले कराने की बात को चुनाव आयोग ने सही बताया है अबकी आयोग का दूसरा बयान गलत मतदाता सूची और मतदान के आंकड़ों को लेकर रहा।
लोकसभा चुनाव 2024 पर चुनाव आयुक्त का कहना था कि इस चुनाव से दो सीख मिलीं जिनमें पहली सबसे बड़ी सीख यह है कि मतदान प्रक्रिया गर्मियों से पहले पूरी हो जानी चाहिए। और दूसरी- चुनाव आयोग गलत मतदाता सूची और मतदान के आंकड़ों के बारे में झूठी कहानियों को समझने में विफल रहा। उनका मानना है कि इससे लड़ने के लिए और तैयारी करनी होगी।
चुनाव आयुक्त का कहना है कि इस चुनाव से उसे दो सीख मिलीं। पहली बड़ी सीख यह है कि मतदान प्रक्रिया गर्मियों से पहले पूरी हो जानी चाहिए और दूसरी- चुनाव आयोग गलत मतदाता सूची और मतदान के आंकड़ों के बारे में झूठी कहानियों को समझने में विफल रहा।
लोकसभा चुनाव 2024 पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हमने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह सभी जी7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है।
आगे उन्होंने कहा कि चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक और सतर्कतापूर्वक किए गए काम के कारण कम पुनर्मतदान हुए जिसमे 2019 में 540 की तुलना में इस वर्ष मात्र 39 पुनर्मतदान हुए। इसमें 25 पुनर्मतदान केवल दो राज्यों में हुए।
चुनाव से जुडी दो वर्ष की तैयारी का हवाला देते हुए उनका कहना था कि इन आम चुनावों में हिंसा नहीं देखी गई।
4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम के लिए होने वाली मतगणना प्रक्रिया की जानकारी देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त का कहना था कि संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से मजबूत है। यह घड़ी की सटीकता के समान काम करती है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी। उसके आधे घंटे बाद ईवीएम की गिनती शुरू होगी जिसमे किसी तरह के संदेह की कोई गुंजाईश नहीं है।
शुक्रवार और सोमवार के दिन चुनाव की बात पर सवाल किये जाने पर चुनाव आयोग का कहना था यह इतनी बड़ी प्रक्रिया है कि हम इस बार इसे नहीं कर पाए। इसके लिए चुनाव आयुक्त ने देश के अलग-अलग हिस्सों में त्योहारों, परीक्षाएं और सुरक्षा बलों के मूवमेंट को जिम्मेदार ठहराया।