नई दिल्ली: रामजस कॉलेज में हुई हिंसा का मसला कथित राष्ट्रवाद बनाम बोलने और विरोध करने की आजादी में बदल गया है. Du
मोदी सरकार में बोलने की आजादी नहीं होने के विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने सोमवार को कहा कि देश में इतनी अधिक स्वतंत्रता है कि प्रधानमंत्री तक की तुलना ‘गधे’ से की जा सकती है.
नायडू ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘आपको देश में अभिव्यक्ति की इतनी आजादी है कि आप प्रधानमंत्री को नाम लेकर बुला सकते हैं, आप उनकी तुलना ‘गधे’ से कर सकते हैं और आप कहते हैं कि अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है.
रामजस विवाद पर एबीवीपी के विरोधी छात्र संगठनों और जेएनयू शिक्षक संघ सड़कों पर उतर कर अपना विरोध जताएगें. AISA, NSUI, JNU के शिक्षक और छात्र आज प्रदर्शन करेंगे.
सोमवार को एबीवीपी ने तिरंगा मार्च निकाल कर इस मुद्दे पर अपनी राष्ट्रभक्ति जताने की कोशिश की. रामजस कॉलेज के सेमीनार में 21 तारीख को उमर खालिद और शेहला रशीद को बुलाए जाने पर एबीवीपी ने आपत्ति जताई थी और उसी के बाद हिंसा शुरू हो गई थी. कैंपस और खासकर राजमस कालेज में इसे लेकर तनाव बना हुआ है.
रामजस कॉलेज में हुई हिंसा के बाद चर्चा में आईं करगिल शहीद की बेटी गुरमेहर कौर ने केंद्रीय मंत्री किरन रिजीजू के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि मेरे दिमाग को कोई दूषित नहीं कर रहा है. मैं राष्ट्र विरोधी नहीं हूं.
इस मसले पर गुरमेहर कौर को राजनीतिक समर्थन मिला है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल डीयू की छात्रा गुरमेहर कौर के समर्थन में आ गए हैं. राहुल गांधी ने कहा है कि तानाशाही के इस दौर के बीच हम अपने छात्रों के साथ हैं.
वहीं अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी अब अपराधियों और गुंडों की पार्टी बन गई है. ये ख़ुद राष्ट्रविरोधी नारे लगवाते हैं, नारे लगाने वाले भाग जाते हैं और फिर दूसरों को पीटते हैं. कहीं भी नारे लगाने वाले पकड़े क्यों नहीं गए.
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