रांची: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेंगलुरू में हुए दूसरे टेस्ट मैच के दौरान उठे निर्णय समीक्षा प्रणाली (DRS) के मुद्दे को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने आपसी बातचीत से सुलझा लिया है, लेकिन बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान यह मसला एक बार चर्चा का विषय बना. DRS
खास बात यह है कि DRS के मसले पर दोनों टीमों के कप्तान, विराट कोहली और स्टीव स्मिथ फिर आमने-सामने दिखे. वेबसाइट ‘ईएसपीएनक्रिकइन्फो डॉट कॉम’ की रिपोर्ट के अनुसार.
रांची में 16 मार्च से होने वाले तीसरे टेस्ट मैच से पहले संवाददाताओं से बातचीत में आस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा कि दूसरे टेस्ट मैच में लगातार दो बार ऑस्ट्रेलियाई टीम की ओर से डीआरएस प्रोटोकोल तोड़े जाने का विराट कोहली का बयान पूरी तरह से गलत है.
स्मिथ ने कहा, ‘यह निराशाजनक है.मैंने सच में अपनी गलती को स्वीकार किया है और ऐसा पहली बार हुआ था. कोहली का बयान मेरी नजर में पूरी तरह से गलत है.”
गौरतलब है कि बेंगलुरू टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के दौरान उमेश यादव की गेंद पर स्मिथ को LBW दिए जाने के बाद कोहली और स्मिथ के बीच विवाद की स्थिति पैदा हो गई थी.
इस मुद्दे पर कोहली ने ऑस्ट्रेलिया पर सीमा लांघने के आरोप लगाए थे. अपनी इस टिप्पणी पर डटे रहते हुए भारतीय कप्तान ने कहा, “मैंने जो भी कहा है, उस पर मुझे कोई खेद नहीं है.
हालांकि, यह भी जरूरी है कि इन सब चीजों को पीछे छोड़ कर आगे बढ़ा जाए. यहीं खेल के हित में होगा. हमारे पास दो टेस्ट मैच और भी हैं और हमें उस पर ध्यान देना चाहिए.”
कोहली ने यहां तीसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, ‘उस घटना के बारे में काफी कुछ कहा जा चुका है. अब समय आ गया है कि हम बाकी सीरीज पर ध्यान लगाएं. काफी क्रिकेट खेला जाना बाकी है और यह कटुता के साथ नहीं होना चाहिए.
बेंगलुरू में जो हुआ, वह बेंगलुरू में रहना चाहिए. हम रांची में हैं और हमें कल पर ध्यान लगाना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘दोनों टीमें बेंगलुरू से आगे बढ़ गई हैं.
मुझे लगता है कि एक बार फिर सीरीज पर ध्यान लगाना चाहिए क्योंकि यहां प्राथमिकता क्रिकेट है.’नाइजल लोंग द्वारा दूसरे टेस्ट में LBW दिए जाने के बाद स्मिथ ने डीआरएस रिव्यू को लेकर ड्रेसिंग रूम से मदद लेने की कोशिश की थी जिससे विवाद खड़ा हो गया गया. कोहली ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में ‘धोखेबाज’ शब्द का इस्तेमाल तो नहीं किया लेकिन कहा था कि यह उसके दायरे में आता है.
कोहली ने कहा कि उन्होंने जो कहा उसका उन्हें खेद नहीं है लेकिन वह अब आगे बढ़ना चाहते हैं. कोहली ने कहा, ‘देखिए मैं जो कहता हूं उसके बारे में सोचता हूं.
मैंने जो भी कहा उसका मुझे मलाल नहीं है. लेकिन साथ ही यह काफी महत्वपूर्ण है कि बेवकूफी नहीं की जाए और रोज इसके बारे में बात नहीं हो क्योंकि क्रिकेट खेला जाना है.’ उन्होंने कहा, ‘मैचों के बीच पर्याप्त ब्रेक मिला है.
निश्चित तौर पर हम हमेशा बैठकर एक ही मुद्दे के बारे में नहीं सोचना चाहते. हमें दो टेस्ट खेलने हैं और हमें इन पर ध्यान लगाने की जरूरत है.’
वैसे, कोहली ने आईसीसी के हस्तक्षेप के बाद मामले को निपटाने के लिए दोनों बोर्ड की तारीफ भी की. गौरतलब है कि इस मुद्दे पर बीसीसीआई ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) में शिकायत दर्ज की थी,
जिसके बाद बीसीसीआई और क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के बीच हुई बैठक में इस मुद्दे को समाप्त करने का फैसला लिया गया. इस फैसले के बाद बीसीसीआई ने अपनी शिकायत वापस ले ली.