अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने धमकी दी है कि यमन युद्ध में सऊदी सैन्य गठबंधन के समर्थन को समाप्त करने की मांग करने वाले कांग्रेस के बिल को वह वीटो कर देंगे।
ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि यह बिल अनुचित है, इससे मध्यपूर्व के अरब देशों के साथ अमरीका के संबंधों को नुक़सान पहुंचेगा।
ग़ौरतलब है कि सऊदी अरब और उसके कुछ घटक अरब देशों ने मार्च 2015 में यमन के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ दिया था, इस युद्ध को चार साल होने वाले हैं और इसमें हज़ारों यमनी बच्चों और महिलाओं समेत क़रीब 20 हज़ार यमनी नागरिक मारे जा चुके हैं और लाखों भुखमरी का शिकार हैं।
अमरीका इस युद्ध में सऊदी अरब और संयुक्त अरब इमारात को हथियारों की आपूर्ति कर रहा है और उन्हें लॉजिस्टिक मदद पहुंचा रहा है।
अमरीकी कांग्रेस का मानना है कि यमन में अमरीका का सैन्य हस्तक्षेप, विदेशी लड़ाई में सैन्य शक्ति को झोंकना है और कांग्रेस के पास इस बात का संवैधानिक अधिकार है कि वह इस तरह के किसी भी क़दम को रोके।
ट्रम्प ने कांग्रेस की उस डेडलाइन को भी नज़र अंदाज़ कर दिया है, जिसमें सऊदी पत्रकार जमाल ख़ुशुक़जी की हत्या का आदेश देने वालों पर प्रतिबंध के लिए शुक्रवार तक का समय दिया गया था।