दिल्ली सरकार यहाँ विश्व स्तरीय सिटी फारेस्ट बनाने की तैयारी कर रही है। तीन नए सिटी फॉरेस्ट विकसित करने के लिए दिल्ली के गढ़ी मांडू, लाल कुआं और उजवा का चुनाव किया गया है। इसकी थीम होगी- ‘प्रकृति के पास-परिवार के साथ’।
दिल्ली में हरित क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने यहाँ सिटी फॉरेस्ट बनाए जाने की बात कही है। साथ ही उन्होंने कहा है कि इनकी भौतिक संरचना के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी।
भावी पीढ़ी को भी प्रकृति के प्रति जागरूक करने के साथ केजरीवाल सरकार की योजना है कि वह दिल्ली के लोगों को प्रकृति का आनंद लेने वाली जगह की सौग़ात दे सकें।
गोपाल राय ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए केजरीवाल सरकार ने इस वर्ष 7 लाख 74 हजार से अधिक निःशुल्क पौधे वितरित करने का लक्ष्य रखा है।
गौरतलब है कि दिल्ली में हरित क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए 11 जुलाई से वृक्षारोपण और पौधा वितरण का अभियान शुरू किया गया है, इसके तहत गुरुवार को मॉडल टाउन विधानसभा में विकास सभा कर लोगों में पौधों का वितरण किया गया।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि इस साल 7 लाख 74 हजार से ज्यादा निशुल्क पौधे वितरित किए जाएंगे।’प्रकृति के पास-परिवार के साथ’ की थीम पर दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में तीन नए सिटी फॉरेस्ट विकसित किए जाएंगे।
पौधारोपण अभियान के तहत इस साल 64 लाख से अधिक पौधे लगाने तथा वितरित करने का भी लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सभी हरित एजेंसियों का भी सहयोग लिया जाएगा।
दिल्ली के अंदर प्रदूषण का सामना एक चुनौती के रूप में किये जाने पर गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में जहां साल 2013 में हरित क्षेत्र 20 फीसद था, साल 2021 में बढ़कर 23.06 फीसदी हो गया।
आगे उन्होंने कहा कि शहरों के प्रति व्यक्ति फॉरेस्ट कवर के मामले में दिल्ली पूरे देश में नंबर वन हो गया है। दिल्ली के ग्रीन बेल्ट को बढ़ाने और दिल्ली के प्रदूषण को कम करने के लिए हर साल वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली के पर्यावरण को ठीक करने के लिए दो करोड़ पौधे लगाने का 5 साल में लक्ष्य रखा है। सरकार अपने इस कार्यकाल के चौथे वर्ष में ही लगभग 2 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। इस लक्ष्य को सभी 21 सम्बंधित विभागों की हरित एजेंसियो द्वारा पूरा किया गया है।