नई दिल्ली : राजपधानी दिल्ली में 11 साल पहले (16 फरवरी 2005) हुए सीरियल ब्लास्ट में आज फैसला आएगा। इस ब्लास्ट में 62 लोगाों की मौत हुई थी और 200 से ज्यादा लोगा घायल हुए थे। यह ब्लास्ट दिवाली के एक दिन पहले हुआ था। Delhi
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रितेश सिंह इस पर फैसला सुनाएंगे। तारिक अहमद डार, मोहम्मद हुसैन फाजिल और मोहम्मद रफीक शाह पर मिलकर साजिश रचने का आरोप है।
इन ब्लास्ट का मास्टर माइंड तारिक अहमद डार बताया जाता है जो कि लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है।
कोर्ट ने 2008 में मामले के आरोपी मास्टरमाइंड डार और दो अन्य आरोपियों के खिलाफ देश के खिलाफ युद्ध छेडऩे, साजिश रचने, हथियार जुटाने, हत्या और हत्या के प्रयास के आरोप तय किए थे. दिल्ली पुलिस ने डार के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया था।
इस चार्जशीट में उसके कॉल डिटेल्स का जिक्र भी किया गया, जिससे कथित तौर यह बात सामने आई कि वह लश्कर-ए-तैयबा के अपने आकाओं से कनेक्शन में था। इस मामले में पुलिस ने अक्टूबर 2005 में धमाकों के सिलसिले में तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की थीं।
कहां कहां और किस वक्त हुए धमाके:-
जब दिवाली से एक दिन पहले पूरा देश दिवाली की तैयारियों में जुटा था वहीं राजधानी दिल्ली में कई मौत के आगोश में समा गए।
पहला धमाका: शाम 5: 38 बजे पहाडग़ंज
दूसरा धमाका: शाम 6: 00 बजे गोविंदपुरी में हुआ।
तीसरा धमाका: शाम 6:05 बजे सरोजनी नगर