कोरोना वायरस से जहां विश्व के कोने कोने में मौतें हो रही हैं वहीं इस बीच कुछ आशाजनक ख़बरें भी आ रही हैं। स्पेन से सूचना आ रही है कि ताज़ा आंकड़ों से मौतों की दर में हल्की गिरावट का पता चलता है।
स्पेन में सोमवार को पिछले चौबीस घंटे के दौरान 812 मौतें हुईं जबकि रविवार को चौबीस घंटे में 838 लोगों ने दम तोड़ दिया था।
स्पेन में कोरोना से मरने वालों की संख्या 7340 हो गई है, संक्रमितों की कुल संख्या 85 हज़ार से अधिक पहुंच गई है। 17 हज़ार लोग इलाज से ठीक हो गए।
ब्रिटेन में बायोलोजी के विशेषज्ञ नील फ़रगूसन ने जो लंदन इंपेरियल कालेज के प्रोफ़ेसर हैं सोमवार को कहा कि ब्रिटेन में कोरोना महामारी की रफ़तार थमने के संकेत मिल रहे हैं।
ब्रिटिश वैज्ञानिक का कहना था कि लगभग 40 प्रतिशत संक्रमित एसे हैं जिनमें कोरोना के सिम्पटम्स ज़ाहिर नहीं हुए, इसका मतलब यह है कि इस महामारी का ज़ोर टूट रहा है। लेकिन उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि ठोस नतीजा निकालने के लिए अभी और अध्ययन की ज़रूरत है।
उधर अमरीका में चिकित्सा व आहार विभाग ने क्लोरोकीन और हाइड्रोक्सी क्लोरोकीन दवा को कोरोना वायरस से संक्रमित बीमारों के इलाज के लिए प्रयोग करने की अनुमति दी है। विभाग ने साथ ही कहा है कि इन दवाओं से इलाज केवल अस्पताल के भीतर ही होना चाहिए। यह दोनों दवाएं मलेरिया के इलाज के लिए प्रयोग की जाती हैं।
एरीज़ोना राज्य में कोरोना के एक मरीज़ ने घर में ही फ़ोस्फ़ैट क्लोरोकीन दवा खा ली तो उसकी मौत हो गई इसलिए इस बात पर ज़ोर दिया जा रहा है कि कोई भी बीमार इस दवा को ख़ुद से न खाए।