साउथंपटन: चैंपियंस ट्रॉफी से पहले एबी डिविलियर्स पर गेंद से छेड़छाड़ के आरोप . आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से पहले दक्षिण अफ्रीकी टीम इंग्लैंड के साथ वनडे सीरीज खेल रही है. इसका उद्देश्य इस बड़े टूर्नामेंट से पहले लय हासिल करना और इंग्लैंड की परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाना है. हालांकि तीन मैचों की सीरीज के पहले दो मैच प्रोटियाज टीम के लिए न केवल परिणाम बल्कि खेल भावना की दृष्टि से भी अच्छे नहीं रहे हैं. जहां एबी डिविलियर्स की कप्तानी वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम को दोनों ही मैचों में हार का सामना करना पड़ा है, वहीं उस पर गेंद से छेड़छाड़ का आरोप भी लगा है और इस संबंध में मीडिया में भी खबरें चल रही हैं. वैसे इस टीम पर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी ऐसे ही आरोप लग चुके हैं. इसी वजह से कप्तान डिविलियर्स खासे सजग नजर आ रहे हैं और उन्होंने इससे जुड़े आरोपों के तूल पकड़ने के डर से इसका जवाब देने में देरी नहीं की और कुछ यूं टीम का बचाव किया…
बात इंग्लैंड के खिलाफ साउथंपटन के द रोज बाउल मैदान पर खेले गए दूसरे वनडे मैच की है. जब इंग्लैंड टीम बल्लेबाजी कर रही थी, तो पारी के 33वें ओवर के बाद ऐसा लगा जैसे कि कप्तान डिविलियर्स गेंद बदलवाना चाहते हैं, जबकि बात कुछ और थी. वास्तव में अंपायरों ने गेंद की हालत के संदर्भ में उनसे पूछताछ की थी. बाद में डिविलियर्स ने खुलासा किया कि वह अंपायर क्रिस गैफेनी और रोब बैली से कह रहे थे कि उनकी टीम गेंद से छेड़छाड़ करके उसकी हालत अवैध तरीक से बदलने के लिए जिम्मेदार नहीं है. वास्तव में डिविलियर्स को लगा था कि उनकी टीम को इसका आरोपी बनाया जा सकता है.
दूसरे मैच में हार के बाद गेंद से छेड़छाड़ के विवाद पर जवाब देते हुए एबी डिविलियर्स ने नाराजगी जताते हुए जोर देकर कहा कि उनकी टीम ने कुछ भी गलत नहीं किया है और इस तरह की बातें सही नहीं हैं. डिविलियर्स ने अपनी बात पुरजोर तरीके से रखते हुए कहा कि अंपायरों ने बाद में गेंद नहीं बदली जो इस बात का सबूत है कि दक्षिण अफ्रीका ने कुछ गलत नहीं किया.
वैसे दक्षिण अफ्रीकी टीम पर यह पहला मामला नहीं है. फिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भी उसके टेस्ट कप्तान फाफ डु प्लेसिस को गेंद से छेड़छाड़ का दोषी पाया गया था और इस मामले में उन पर मैच फीस काटने का जुर्माना लगाया गया था.