भारतीय सिनेमा में प्रतिष्ठित योगदान के लिए दादा साहब फाल्के चयन जूरी ने अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को यह पुरस्कार देने का फैसला किया है। मिथुन चक्रवर्ती को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड देने की घोषणा की गई है। उन्हें यह सम्मान 8 अक्टूबर, 2024 को प्रदान किया जाएगा।
केंद्रीय सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर अपने ट्वीट में कहा- ”मिथुन दा का फ़िल्मी सफ़र शानदार रहा है और यह हमारी पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। दादा साहेब फाल्के सिलेक्शन जूरी ने यह सम्मान महान अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में अहम योगदान के लिए देने की घोषणा की है।”
मिथुन चक्रवर्ती ने 1977 में फिल्म ‘मृग्या’ से अपना डेब्यू किया था। इस फिल्म के लिए मिथुन को बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था।
74 वर्षीय मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय सिनेमा के पहले डिस्को डांसर के रूप में जाना जाता है। फिल्मी दुनिया के उनके इस रूप को दर्शकों ने खूब सराहा और प्यार दिया है। आज भी उनके कई फैंस उन्हें ‘जिमी’ के नाम से पुकारना पसंद करते हैं।
मिथुन के चाहने वाले भारत ही नहीं रूस, चीन और जापान में भी हैं। इससे पहले मिथुन चक्रवर्ती को पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है। अप्रैल में होने वाले इस समारोह में अभिनेता को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस सम्मान से नवाज़ा था।
अपने करियर में मिथुन ने हिंदी सहित तमिल, तेलुगु कन्नड़ बंगाली और पंजाबी की 350 से ज्यादा फिल्में की हैं। कोलकाता में जन्मे मिथुन चक्रवर्ती का सिनेमा की दुनिया में ख़ासा संघर्ष भरा समय बीता है। उन्होंने 1977 में आने वाली फिल्म ‘मृग्या’ से अपना डेब्यू किया था। इस फिल्म के लिए मिथुन को बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड भी मिला था।
इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में कई शानदार और यादगार फिल्मे दीं जो सुपर हिट रहीं। उनकी यादगार फिल्मों में अग्निपथ, मुझे इन्साफ चाहिए, हम से है जमाना, पसंद अपनी अपनी, घर एक मंदिर और कसम पैदा करने वाले सहित कई अन्य शामिल हैं।
गौरतलब है कि भारतीय सिनेमा के जनक कहे जाने वाले दादा साहेब फाल्के के नाम पर यह सम्मान दिया जाता है। दादा साहेब फाल्के का पूरा नाम धुंडिराज गोविंद फाल्के था।