लखनऊ 13 जनवरी : मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र तथा मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव के बीच चल रहे विवाद की वजह से समाजवादी पार्टी(सपा) के भविष्य को लेकर लोगों की निगाहें अब चुनाव आयोग की आज आने वाले फैसले पर टिक गयी हैं । controversy
मुलायम सिंह यादव अपने भाई शिवपाल सिंह यादव के साथ आज से ही दिल्ली में हैं जबकि अखिलेश यादव खेमे की ओर से राम गोपाल यादव आयोग में पेश होते रहे हैं।
इससे पहले राम गोपाल यादव चुनाव अयोग जा चुके हैँ तथा साईकिल पर अपनी दावेदारी ठोंक चूके हैं मगर चुनाव आयोग ने आज साढ़े ११ बजे का समय दिया दिया है
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने राम गोपाल यादव पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मिलकर सपा को तोड़ने का आरोप आज ही लगा दिया था।
उन्होंने कहा था कि अपने पुत्र और बहू को केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से बचाने के लिए राम गोपाल यादव भाजपा से मिलकर सपा को तोड़ रहे हैं। चुनाव आयोग ने सुनवाई के लिए आज साढे 11 बजे दोनो पक्षों को बुलाया है।
चुनाव आयोग सपा के चुनाव चिह्न साइकिल पर फैसला सुना सकता है। पार्टी के दोनो खेमों को एक होने की सम्भावना क्षीण हो गयी है, हालांकि मुलायम सिंह यादव ने आज ही कहा था कि वह पार्टी को किसी हालत में टूटने नहीं देंगे।
दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने पांच नवम्बर को ही अपना रजत जयन्ती समारोह मनाया था और उसके कुछ ही दिन बाद पार्टी में विवाद इस कदर बढ़ा कि अब उसका सिर्फ औपचारिक रुप से टूटना शेष है।